मॉस्को।रूस के साइबेरिया प्रांत में स्थित एक कोयला खदान में गुरुवार को भयानक आग लग गई। इसमें 52 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में 6 बचाव कर्मी भी शामिल हैं। रात तक 11 मजदूरों के मारे जाने की खबर थी।रूस में कोयला खदान में होने वाला पांच साल का यह सबसे बड़ा हादसा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मृतकों के परिवार को संवेदना जताई है। केमेरोवो क्षेत्र ने शुक्रवार से रविवार तक तीन दिन के शोक का ऐलान किया है।
38 लोग अस्पताल में भर्ती
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, आग से झुलसे 38 लोगों का अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। इनमें से 4 की हालत गंभीर है। माना जा रहा है कि आग यहां के एक इलेक्ट्रिक वेंटिलेशन शॉफ्ट में लगी और यह तेजी से खदान के अंदर तक पहुंच गई। वहां मौजूद बारीक कोयले की वजह ये यह ज्यादा तेजी से भभकी।
इलाके में कुछ लोगों ने सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की है। लोकल मेडिकल टीम का कहना है कि धुएं में जहरीली गैसों की वजह से हालात खराब हो रहे हैं। इन गैसों में कुछ ज्वलनशील हैं और इसके चलते बड़ा धमाका हो सकता है, आग लग सकती है। कुछ लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया जा चुका है। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई गई है। यह इलाका मॉस्को से करीब साढ़े तीन हजार किलोमीटर दूर है।
हादसे की होगी उच्च स्तरीय जांच
बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त खदान में 285 लोग मौजूद थे। इनमें से अधिकतर को वक्त रहते बाहर निकाल लिया गया था। इस बीच, रूस सरकार ने कहा है कि इस मामले की जांच स्पेशल यूनिट करेगी और जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।