वॉशिंगटन। प्रसिद्ध मोबाइल टेक कंपनी एपल ने पेगासस बनाने वाली इजरायली कंपनी एनएसओ पर मुकदमा दायर कर दिया है, एपल का आरोप है कि यह कंपनी एक अरब से ज्यादा आईफोन्स को निशाना बना रही है। एपल का कहना है कि दुनियाभर में 1.65 अरब एक्टिव एपल डिवाइसेज हैं, जिसमें से 1 अरब से अधिक iPhones हैं।

इजराइली कंपनी एनएसओ पर पहले से भी कई मुकदमे चल रहे हैं। कंपनी का पेगासस स्पायवेयर पिछले कुछ समय से भारत समेत कई देशों में विवादों में है। ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं, जिसमें बताया गया था कि हजारों की संख्या में एक्टिविस्ट, जर्नालिस्ट  और पोलिटिशियन की जासूसी इस स्पायवेयर के जरिए कराई गई है।

NSO कंपनी को अमेरिका कर चुका है ब्लैकलिस्ट
अमेरिकी प्रशासन ने कुछ हफ्ते पहले ही NSO को ब्लैकलिस्ट किया है। कंपनी पर आरोप लग रहे थे कि वह विदेशी सरकारों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। कैलिफॉर्निया के फेडरल कोर्ट में एपल कंपनी की तरफ से बयान दिया है कि अपने यूजर्स को हानि से बचाने के लिए एपल NSO ग्रुप पर स्थायी बैन चाहता है ताकि वह एपल के सॉफ्टवेयर, सर्विस और डिवाइसेज को किसी तरह इस्तेमाल न कर सके।

कैसे काम करता है पेगासस स्पायवेयर
पेगासस स्पायवेयर यानी जासूसी या निगरानी के लिए इस्तेमाल होने वाला सॉफ्टवेयर। इसके जरिए किसी फोन को हैक किया जा सकता है। फगासस से हैक करने के बाद संबंधित फोन का कैमरा, माइक, मैसेजेस और कॉल्स समेत तमाम जानकारी हैकर के पास चली जाती है।

पेगासस को किसी भी फोन या किसी अन्य डिवाइस में रिमोटली इंस्टॉल किया जा सकता है। इसके लिए हैकर्स सिर्फ एक मिस्ड कॉल करके भी आपके फोन में पेगासस को इंस्टॉल किया जा सकता है। इनता ही नहीं, वॉट्सऐप मैसेज, टेक्स्ट मैसेज, SMS और सोशल मीडिया के जरिए भी यह आपके फोन में इंस्टॉल किया जा सकता है।