कोहिमा। गलत पहचान के कारण नागालैंड में सुरक्षाबलों से हुई चूक के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा और तनाव है। घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
यह घटना उस समय हुई जब दिहाड़ी मजदूर एक पिक-अप वैन में कोयला खदान से घर लौट रहे थे। ग्रामीणों ने कहा कि माना जाता है कि सुरक्षा कर्मियों ने पीड़ितों को नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग-युंग आंग) का सदस्य समझ लिया गया और उन पर गोलियां चला दीं। रक्षा सूत्रों ने कहा कि इस घटना में सुरक्षा बलों को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें एक सैनिक भी शामिल है, जिसकी मौत हो गई।
Tension in Nagaland's Mon district after 13 civilians and a jawan lost their lives as a counter-insurgency operation went awry.
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— ANI (@ANI) December 5, 2021
सेना के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है कि उग्रवादियों की संभावित गतिविधि की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर मोन जिले के तहत तिरु के क्षेत्र में एक विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई गई थी। बयान में कहा गया, “घटना को लेकर गहरा खेद है। दुर्भाग्यपूर्ण लोगों की जान जाने के कारणों की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में ‘गलत पहचान’ के मामले में करीब एक दर्जन ग्रामीणों की हत्या की निंदा की है। उन्होंने ट्विट कर कहा- ”नागालैंड के ओटिंग, सोम में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके।”
सीएम नेफियू रियो ने की शांति की अपील
इस बीच नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने शांति की अपील की है। उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की भी निंदा की है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने उच्च स्तरीय एसआईटी जांच की बात कही और सभी से देश के कानून पर भरोसा रखने को कहा।