ऑस्ट्रेलियन ओपन की ट्रॉफी के साथ एश्ले बार्टी।

मेलबर्न। एश्ले बार्टी ने शनिवार को खेले गए ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला वर्ग एकल के फाइनल मुकाबले में अमेरिका की डेनियल कॉलिंस को हराकर खिताब जीता। यह खिताब 44 साल बाद किसी ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी ने जीता है।

फाइनल मुकाबले में मेजबान ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने अमेरिका की डेनियल कॉलिंस को सीधे सेटों में 6-3, 7-6 से हराया। पहला सेट विश्व की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने आसानी से जीत लिया। दूसरे सेट में डेनियल कॉलिंस ने अच्छी टक्कर दी, लेकिन वे बार्टी से पार नहीं पा सकीं।

1980 के बाद फाइनल में पहुंची थी कोई ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी

साल 1980 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के वुमेंस सिंगल्स के फाइनल में कोई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पहुंची थी। एश्ले बार्टी से पहले वेंडी टर्नबुल ने अपने घरेलू ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, वे खिताब नहीं जीत पाई थीं। यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया का कोई खिलाड़ी 1978 के बाद से अपने देश में आयोजित होने वाले ग्रैंड स्लैम को नहीं जीत पाया था। आखिरी बार 1978 में क्रिस ओ नील ने ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था, जबकि एश्ले बार्टी ने 2022 में देश को खिताब दिलाया है।

नडाल और मेदवेदेव के बीच पुरुष वर्ग का फाइनल आज

वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम ऑस्ट्रेलियन ओपन के पुरुष एकल का खिताबी मुकाबला स्पेन के दिग्गज खिलाड़ी राफेल नडाल और रूस के दानिल मेदवेदेव के बीच रविवार को होगा।  राफेल नडाल अपना 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने से मात्र एक कदम दूर हैं। यदि लह  यह खिताब जीत जाते हैं तो वह दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी होंगे, जिन्होंने 21 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। अब तक रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल तीनों संयुक्त रूप से 20-20 ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं। दानिल मेदवेदेव ने लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल मुकाबले में जगह बनाई है। हालांकि वह पिछले बार नोवाक जोकोविच से हार गए थे। मेदवेदेव चाहेंगे कि वह नडाल को हराकर अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतें।