राम नगरी अयोध्या में 5वां दीपोत्सव दीपावली के एक दिन पहले होने जा रहा है, लेकिन इस बार के दीपोत्सव से पहले अयोध्या के भविष्य का खाका तैयार कर लिया गया है। दरअसल यूपी की योगी सरकार ने अयोध्या के 2047 के विजन डॉक्युमेंट को तैयार किया है। इसके तहत बताया गया है कि 25 साल बाद अयोध्या कैसी होगी? सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए 25 हजार करोड़ रुपए के 325 प्रोजेक्ट्स इस ब्लू प्रिंट में शामिल किए हैं, जो अयोध्या को हेरिटेज और विश्व स्तरीय स्मार्ट लुक देंगे। आजादी के 100 साल पूरे होने पर इन प्रोजेक्ट्स की डेडलाइन साल 2047 रखी गई है। इस प्रोजेक्ट में अयोध्या को देश का सबसे दिव्य और भव्य शहर बनाने का विजन है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 नवंबर को अयोध्या में जब दीपोत्सव मनाएंगे, उससे पहले उनके सामने ये विजन डॉक्यूमेंट प्रस्तुत किया जाएगा और प्रोजेक्ट्स पूरे करने को लेकर मुहर लगेगी। देश भर से आए 10 हजार अतिथियों को इन प्रोजेक्ट्स को स्क्रीन पर भी दिखाए जाने का इंतजाम किया गया है।
पीएम मोदी के खारिज करने पर बदला गया
26 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अयोध्या के विजन डॉक्यूमेंट का प्रेजेंटेशन देखा था और उन्हें इसमें कुछ खामियां नजर आई थीं। जिस कारण उन्होंने इसे खारिज कर दिया था। फिर उन्होंने इसे नए सिरे से बनाने को लेकर निर्देश दिए थे। अब पीएम की मंशानुरूप इसमें बदलाव किए गए हैं। दीपोत्सव समारोह के दौरान ही यूपी सरकार 30 मिनट का विजन डॉक्यूमेंट प्रस्तुत करेगी। इसमें जनता को अयोध्या के विकास लेकर सरकार के प्रयासों की जानकारी दी जाएगी।
विजन डॉक्यूमेंट को बनाने खंगाले कई प्रोजेक्ट
1. अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट को बनाने के लिए पहले ही कई प्रोजेक्ट देखे गए। इसमें प्रयागराज, काशी, मथुरा, उज्जैन, तिरुपति, सोमनाथ मंदिर का भी अध्ययन किया गया।
2. इसके लिए कंबोडिया और वेटिकन सिटी तक के विकास मॉडल का अध्ययन किया गया।
3. अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के अनुसार अयोध्या को मिनी भारत के रूप में प्रस्तुति करने की योजना पर काम किया जाएगा।
4. अयोध्या के विकास में आध्यात्मिकता के साथ आधुनिकता के समावेश पर फोकस किया जाएगा।