पटना। बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब का कहर बरपा है। यहां 18 लोगों की जान चली गई है। वहीं 7 की हालत गंभीर है जिसमें 4 लोगों अपनी आंख की रौशनी गवां चुके हैं। बिहार में अवैध शराब से हुई मौतों का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां जहरीली शराब से मौतें होती रही हैं।
जानकारी के मुताबिक गोपालगंज में 10 और पश्चिम चंपारण के बेतिया जिले में 8 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। गोपालगंज के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के तीन गांवों मोहम्मदपुर, कुशर और तुहरा टोला में 10 लोगों की मौत की पुष्टि की। मंगलवार की शाम उन्होंने शराब का सेवन किया और बीमार पड़ गए। पिछले दो दिनों में उनकी मौत हो गई जबकि 7 अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं। इनमें से चार की आंखों की रोशनी चली गई।
चौधरी ने कहा, हम लाउडस्पीकर के माध्यम से घोषणा कर रहे हैं कि अगर उन्होंने शराब का सेवन किया तो वे आगे आएंगे। समय पर इलाज से लोगों की जान बचाई जा सकती है। बेतिया में जिला प्रशासन ने जहरीली शराब के सेवन से 8 लोगों की मौत की पुष्टि की है। बिहार में अवैध शराब के सेवन से हुई सामूहिक मौतों के बाद, विपक्षी राजद ने नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला किया। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, क्या नीतीश कुमार सरकार सामूहिक मौतों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं?
बिहार की नीतीश-भाजपा सरकार ने महंगाई-बेरोजगारी से जनता का दिवाला निकालने एवं निवाला छिनने के साथ ही गत सप्ताह ज़हरीली शराब पिलाने से 50 से अधिक लोगों की जान ली है।
मुख्यमंत्री दो शब्द संवेदना के भी प्रकट नहीं करेंगे क्योंकि इससे उनके द्वारा संरक्षित शराब माफ़िया नाराज हो जाएगा।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 4, 2021
इधर लालू प्रसाद ने ट्वीट किया, “नीतीश-भाजपा सरकार ने वस्तुओं और अन्य वस्तुओं की ऊंची कीमतों के माध्यम से लोगों की कमर तोड़ दी है और अब मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों में पिछले एक सप्ताह में नकली शराब के कारण 50 लोगों की मौत हो गई है। इसके बावजूद, नीतीश कुमार ने पीड़ितों के परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के लिए एक शब्द भी नहीं कहा।”