वेस्टइंडीज के 38 वर्षीय धाकड़ ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। ब्रावो ने गुरुवार रात को श्रीलंका के खिलाफ 20 रन से मिली हार के बाद अपने इस फैसला के बारे में बताया।
डिफेंडिंग चौंपियन वेस्टइंडीज की टीम टी-20 विश्व कप 2021 से बाहर हो चुकी है। श्रीलंका से शिकस्त मिलने के साथ ही वेस्टइंडीज की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें समाप्त हो गईं। ब्रावो ने टूर्नामेंट में टीम के निराशाजनक अभियान पर अफसोस जताया। कैरिबियाई टीम ग्रुप-1 में चार मैचों में 2 अंक लेकर प्वाइंट्स टेबल में पांचवें स्थान पर है। ब्रावो अब शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी मैच खेलने उतरेंगे।
ब्रावो बोले – रिटायरमेंट लेने का समय आ गया है
7 अक्टूबर को अपना 38वां जन्मदिन मनाने वाले ड्बेवन ब्रावो ने श्रीलंका से हार के बाद फेसबुक पर आईसीसी के शो में कहा, मुझे लगता है कि रिटायरमेंट लेने का समय आ गया है। मेरा करियर बहुत अच्छा रहा। मेरे करियर में कुछ उतार-चढ़ाव आए। हालांकि, जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो इतने लंबे समय तक अपनी टीम और कैरेबियाई लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत आभारी हूं। उन्होंने आगे कहा कि यह विश्व कप वैसा नहीं रहा, जिसकी हमने उम्मीद की। हम बतौर खिलाड़ी विश्व कप में इस तरह का प्रदर्शन नहीं करना चाहते थे। हमें अपने लिए बुरा महसूस नहीं करना चाहिए। यह एक कठिन प्रतियोगिता थी, हमें अपना सिर ऊंचा रखना चाहिए।
बल्ले और गेंद दोनों से किया है कमाल
ब्रावो ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज 18 अप्रैल 2004 को इंग्लैंड के खिलाफ जॉर्ज टाउन में खेले गए वनडे मैच से किया था। उन्होंने पूरे करियर के दौरान बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया है। ब्रावो ने 40 टेस्ट में 2200 रन बनाएं हैं, जिनमें 3 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं। उनका उच्चतम स्कोर 113 है। ब्रावो ने टेस्ट में 86 विकेट भी चटकाए हैं। ब्रावा का निकनेम जॉनी है। उन्होंने 129 वनडे मैचों में दो शतक और 10 अर्धशतक की मदद से 2968 रन बनाए हैं। वहीं वनडे में 199 विकेट भी लिए हैं। जॉनी ने 90 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 1245 रन बनाने के अलावा 78 शिकर किए हैं। गौरतलब है कि ब्रावो दो बार टी-20 विश्व कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा रह चुके हैं। वेस्टइंडीज ने साल 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप पर कब्जा जमाया था।
धोनी के चहेते हैं ब्रावो
ड्वेन ब्रावो इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में पहले सत्र 2008 से ही खेल रहे हैं। इस साल वह चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले थे। ब्रावो ने 2008 से 2010 तक तीन बार मुंबाई इंडियंस के लिए खेला। इसके बाद वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हो गए। सिर्फ 2017 का आईपीएल छोड़कर ब्रावो ने अब तक सभी मैच चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले हैं। कुल 511 टी-20 मैच (इनमें अंतरराष्ट्रीय के अलावा विभिन्न टीमों की ओर से खेले गए लीग मैच भी शामिल हैं) खेलने का अनुभव रखने वाले ड्वेन ब्रावो महेंद्र सिंह धोनी के काफी चहेते हैं। धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान हैं। खिलाड़ियों को खरीदने से लेकर टीम में शामिल करने तक में धोनी की सबसे ज्यादा चलती है। धोनी हर बार ब्रावो को अपनी टीम में शामिल करवाते हैं और मैदान में भी खिलाते हैं।