कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव में शनिवार सुबह से मतदान हो रहा है। दिनहाटा, शांतिपुर, खरदाहा और गोसाबा (एससी) की सीटें खाली होने के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। सुबह से शांतिपूर्ण ढंग से वोटिंग जारी है। फिलहाल किसी तरह की घटना की कोई खबर नहीं है।

अप्रैल-मई में हाल ही में राज्य विधानसभा चुनाव के बाद, छह महीने में दूसरी बार यहां उपचुनाव हो रहे हैं। कूचबिहार जिले के दिनहाटा और नादिया जिले के शांतिपुर में उपचुनाव जरूरी हैं क्योंकि दिनहाटा और शांतिपुर के भाजपा उम्मीदवारों निशित अधिकारी और सुभाष सरकार ने क्रमश: सांसद बने रहने का फैसला किया और विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया। भाजपा के दोनों सांसद मोदी सरकार में मंत्री बन चुके हैं।

दूसरी ओर, उत्तर 24 परगना के खरदाहा और दक्षिण 24 परगना के गोसाबा में उपचुनाव इसलिए कराना पड़ा, क्योंकि विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद विजयी टीएमसी उम्मीदवार काजल सिन्हा और जयंत नस्कर का कोविड-19 के कारण निधन हो गया था।

राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, चार विधानसभा क्षेत्रों में दिनहाटा सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि टीएमसी केवल 57 मतों के अंतर से भाजपा से हार गई थी। वह इस महत्वपूर्ण उत्तर बंगाल सीट को भगवा पार्टी से छीनने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेगी। टीएमसी ने फिर से उदयन गुहा को मैदान में उतारा है जो पिछले विधानसभा चुनाव में निशित प्रमाणिक से हार गए थे।

भाजपा ने गोसाबा में पलाश राहा और शांतिपुर में निरंजन विश्वास जैसे नए चेहरों को मैदान में उतारा है, तो टीएमसी ने शांतिपुर में वैष्णव समुदाय के सदस्य ब्रजकिशोर गोस्वामी और गोसाबा में सुब्रत मंडल को उम्मीदवार बनाया है।

चुनाव आयोग ने चार विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव के लिए व्यापक व्यवस्था की है और उपचुनाव के लिए केंद्रीय पुलिस बल की 92 इकाइयों को तैनात किया है। बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करने वाले दिनहाटा में सबसे अधिक केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है।