– पीएलए अमेरिका और रूस की सेना को पीछे छोड़ सकती है

हाल ही में अमेरिकी सेना के शीर्ष जनरल ने चेतावनी दी है कि चीनी सेना पीएलए का विकास बहुत चौंकाने वाला है, जबकि अमेरिकी सेना क्रूर नौकरशाही का शिकार हो रही है। अमेरिकी सेना के दूसरे शीर्ष जनरल जॉन हयटेन का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब चीन ने अंतरिक्ष से हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ चीनी सेना तेजी से आगे बढ़ रही है, वहीं अमेरिकी सेना का विकास क्रूर नौकरशाही की वजह से प्रभावित हो रहा है।

अमेरिकी सेना के सेवानिवृत ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल हयटेन ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के उस बयान से सही बताया जिसमें उन्होने कहा था कि चीनी तेजी से बढ़ता खतरा है। उन्होने रूस को पहले सबसे बड़ा खतरा करार दिया। जनरल हयटेन ने कहा, चीन को तेजी से बढ़ता खतरा नाम देना सही है, क्योंकि जिस तेजी से चीन आगे बढ़ रहा है, वह बहुत ही चौंकाने वाला है। जनरल हयटेन ने कहा, चीन जिस तरह से आगे बढ़ रहा है, अगर हमने अपने अंदर बदलाव नहीं किया, तो वह आने वाले समय में अमेरिका और रूस दोनों को पीछे छोड़ देगा।

तनाव में आ गई अमेरिकी सेना 
अमेरिकी जनरल का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका का हाइपरसोनिक मिसाइल परीक्षण फेल हो गया था। वह भी तब जब चीन ने अंतरिक्ष से हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। जानकारी के अनुसार चीन के अंतरिक्ष से हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल के परीक्षण के सफल होने से अमेरिकी सेना तनाव में आ गई है। अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टॉफ के चेयरमैन मार्क मिली ने कहा था कि यह मिसाइल परीक्षण को कुछ उसी तरह से चौंकाने वाला है जैसे सोवियत संघ ने वर्ष 1957 में अंतरिक्ष में दुनिया का पहला सैटलाइट स्पूतनिक लान्च कर किया था। इस सैटलाइट परीक्षण के बाद दुनिया के दोनों सुपरपावर के बीच अंतरिक्ष में प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई थी।

मार्क मिली ने माना कि चीन की अंतरिक्ष में चक्कर लगाकर परमाणु बम गिराने वाली इस मिसाइल से अमेरिका की रक्षा करना बहुत कठिन होगा। मिली ने कहा, ‘जो हम देख रहे हैं, यह हाइपरसोनिक हथियार प्रणाली के परीक्षण की यह बहुत ही महत्‍वपूर्ण घटना है। और यह बहुत ही चिंताजनक है। मैं नहीं जानता हूं कि क्‍या यह स्पूतनिक मौके की तरह से है लेकिन मैं समझता हूं कि यह उसके बेहद करीब है।