नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन वापस लेने और घर वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। उन्होने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है, अब किसान आंदोलन का कोई औचित्य नहीं बनता है। किसान बड़े मन का परिचय देते हुए प्रधानमंत्री की घोषणा का आदर करें और अपने-अपने घर लौटना सुनिश्चित करें।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि देश में अब पराली जलाना अपराध की श्रेणी में नहीं आएगा। तोमर ने यह घोषणा शनिवार को की। उन्होंने कहा कि यह किसान संगठनों की बड़ी मांगों में से एक पराली जलाने को अपराध की श्रेणी से बाहर रखा जाने की थी। किसानों की यह मांग अब केंद्र सरकार ने मान ली है।

एनजीटी ने पराली जलाने पर लगाया था प्रतिबंध

बता दें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 10 दिसंबर 2015 को फसल अवशेषों को (पराली) जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। पराली जलाने पर कानूनी तौर पर कार्रवाई भी की जाती थी। पराली जलाते पकड़े जाने पर दो एकड़ भूमि तक के किसान पर 2,500 रुपये, दो से पांच एकड़ भूमि तक 5,000 रुपये और पांच एकड़ से ज्यादा भूमि पर 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता था।

संसद के पहले दिन सूचीबद्ध होगा विधेयक

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को ही तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के विधेयक को सूचीबद्ध किया जाएगा। पीएम मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून बिल को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद मोदी कैबिनेट ने भी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।

किसानों की समस्या हल करने बनी कमेटी

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार की ओर से किसानों की समस्याओं के निवारण के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कमेटी के गठन से किसानों की एमएसपी संबंधित मांग भी पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि एमएसपी में पारदर्शिता, जीरो बजट खेती और फसल विविधीकरण लाने के लिए एक समिति का गठन करने की घोषणा की है इस समिति में किसान प्रतिनिधि होंगे।

किसानों पर मुकदमे और मुआवजे का अधिकार राज्यों का 

कृषि मंत्री ने कहा कि आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लिए जाने और उन्हें मुआवजा दिए जाने का अधिकार राज्य सरकारों का है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकारें मुकदमे की गंभीरता को देखते हुए अपने-अपने राज्य की नीति के अनुसार निर्णय ले सकेंगी हैं।