नई दिल्ली। मिस्र के लोग कुछ दिनों से जहरीले बिच्छुओं का कहर झेल रहे हैं। इस समय खासकर, देश के दक्षिणी अस्वान इलाके में सैकड़ो-हजारों बिच्छू न जाने कहां से आ गए हैं? बताया जा रहा है कि दो-तीन दिन पहले हुई तूफानी बारिश के साथ ये बिच्छू आसमान से गिरे हैं।
इन विषैले बिच्छुओं के डंक मारने से अब तक 3 लोगों की मौत हो गई है और करीब 500 से अधिक लोग अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं। अभी तक मृतकों के बारे में कोई अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। कई सांप भी बिलों में पानी भर जाने से बाहर निकल आए हैं जिससे परेशानी और बढ़ गई है।
रात के समय होते हैं सक्रिय
मिस्र स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार हर साल अस्वान इलाके में करीब एक इंच बारिश होती है, लेकिन इस साल असामान्य तरीके से भारी बारिश हुई और बर्फ भी बहुत गिरी है। बताया जा रहा है कि बिच्छू आमतौर पर दिन में दरार और चट्टानों के नीचे छिपे होते हैं और रात के समय शिकार के लिए निकलते हैं। ये रात में अक्सर छोटी छिपकली और कीड़ों का शिकार करते हैं।
बड़ी तादाद में मौजूद हैं बिच्छू
मिस्र में बड़ी तादाद में जानलेवा अरबी नस्ल के बिच्छू पाए जाते हैं और ये दुनिया में सबसे खतरनाक माने जाते हैं। इन बिच्छुओं के डंक मारने पर फौरन तेज दर्द शुरू हो जाता है, काटने वाली जगह पर सूजन और चकत्ते आ जाते हैं। यदि डंक मारने के 1 घंटे के भीतर उचित इलाज नहीं किया जाता है, तो उस इंसान की मौत भी हो जाती है।
मिस्र के बिच्छुओं का रंग हल्का पीला होता है और पूंछ कुछ मोटी तथा हल्की काली होती है। मिश्र में इस आपदा को देखते हुए डॉक्टरों की छुट्टियां रद कर दी गईं हैं। मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि बिच्छुओं के काटने के बाद 89 लोगों को अस्वान यूनिवर्सिटी के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।