चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीए पद छोड़ने के बाद नई पार्टी बना ली है। बुधवार को उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के कई लोग संपर्क में हैं। समय आने पर वो भी सामने आ जाएंगे। अमरिंदर सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा, “अगर राहुल गांधी को पंजाब कांग्रेस के विधायकों के साथ बैक-टू-बैक बैठकें करने की जरूरत है, तो इसका क्या मतलब है?”

अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी का गठन कर लिया है। अब उन्हें चुनाव आयोग द्वारा नाम और चुनाव चिन्ह को मंजूरी देने का इंतजार है। इसके बाद वो नई पार्टी शुरू करेंगे। हालांकि अमरिंदर सिंह ने पार्टी का नाम नहीं बताया है। इधर कैप्टन अभी भी कांग्रेस पार्टी में हैं। उन्होंने इसे छोड़ा नहीं है। इसपर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में 50 साल बिताए हैं, अगर मैं 10 दिन और रहूं तो इससे क्या फर्क पड़ता है।

अमरिंदर सिंह ने अपने विरोधियों, खासकर नवजोत सिंह सिद्धू और सुखजिंदर रंधावा को आड़े हाथों लेते हुए छोटी-छोटी बातों में लिप्त होने के लिए उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा, “सिद्धू जहां से भी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, हम वहीं से लड़ेंगे और उन्हें हराएंगे। उन्होंने कहा कि जब से सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस की बागडोर संभाली है, उनके सर्वेक्षणों के अनुसार पार्टी की लोकप्रियता में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है।

अपने पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम के खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए अमरिंदर सिंह ने उनके द्वारा पैसे भेजे जाने के आरोपों को निराधार बताया। यहां तक कि जब उन्होंने पूछा कि क्या पंजाब में अरूसा ही एकमात्र मुद्दा बचा है, तो उन्होंने रंधावा की मंशा पर सवाल उठाया कि इतने सालों तक इसे कभी नहीं उठाने के बाद अब इस मुद्दे को उठाने की क्या मंशा है।