नई दिल्ली: दुष्कर्म पर कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के बयान ने तूल पकड़ लिया है. इस बयान की चारो तरफ जमकर आलोचना हो रही है. गुरुवार को सत्र के दौरान संबोधित करते हुए रमेश कुमार ने कहा, “जब दुष्कर्म टल नहीं सके, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो।”
प्रगतिशील विचारकों और महिला कार्यकर्ताओं ने सत्र में रेप जैसे संवेदनशील मामले पर नेताओं के रवैये की आलोचना की है.नेताओं का कहना है कि रमेश कुमार जैसे वरिष्ठ नेता से इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी। अगर उन्होंने इसे अनजाने में किया था, तो उन्हें विनम्रतापूर्वक वापस लेना चाहिए. यह टिप्पणी उस समय की गई जब विधायक राज्य में बाढ़ की स्थिति और राहत उपायों पर चर्चा शुरू करने के लिए आपस में होड़ कर रहे थे. स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी की बार-बार मयार्दा बनाए रखने की अपील बेकार गई. उन्होंने तब सदस्यों से कहा था कि वे आपस में निर्णय लें और फिर अपनी चिंताओं को व्यक्त करें.
इस मौके पर, स्पीकर कागेरी ने पूर्व स्पीकर रमेश कुमार को संबोधित करते हुए कहा कि आप जानते हैं कि मैं अब ‘आइए स्थिति का आनंद लें’ मोड में हूं. मुझे सदन को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो रहा है.
इस पर रमेश कुमार खड़े हो गए और संबोधित करते हुए कहा कि एक कहावत है. जब रेप अपरिहार्य हो, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो. उन्होंने आगे कहा, “ठीक आप भी उसी स्थिति में है.” स्पीकर कागेरी इस टिप्पणी पर मुस्कुराए और पूरे सत्र में इस पर खूब हंसी भी आई।