एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार, बेटियों ने दी मुखाग्नि

नई दिल्ली। देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत का शुक्रवार को अंतिम संस्कार  किया गया। दिल्ली के आर्मी कैंट में जनरल रावत की बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने अपने माता-पिता की पार्थिव देहों को मुखाग्नि दी। जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया।

इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना अध्यक्षों ने जनरल रावत को अंतिम श्रद्धांजलि देते हुए सेल्यूट किया।  सीडीएस जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। इसके पहले जनरल रावत की अंतिम यात्रा दिल्ली की सड़कों पर निकली। सेना के इस शूरवीर को अंतिम विदाई देने के लिए समूची दिल्ली सड़कों पर उमड़ पड़ी। सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों ने जनरल रावत के शव वाहन पर फूल बरसाए। पूरे रास्ते लोग भारत माता की जय के नारे लगाते रहे। लोगों ने तिरंगा झंडा लहरा कर रावत को आखरी विदाई दी।

सुबह जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लोगों के अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के अनेक सदस्य जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां पहुंचे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।


उल्लेखनीय है कि जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी।

 

ब्रिगेडियर लिड‌डर का  भी अंतिम संस्कार

 

हेलीकॉप्टर हादसे में जनरल रावत के साथ जान गवाने वाले ब्रिगेडियर एल एस लिड‌डर का भी शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में ब्रिगेडियर लिड‌डर की चिता को उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी इस अवसर पर उनकी पत्नी भी मौजूद थी। इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी भी मौजूद थे। इसके पहले ब्रिगेडियर लिड‌डर का पार्थिव शरीर आर्मी के बेस अस्पताल से उनके शंकर विहार स्थित आवास पर ले जाया गया जहां धार्मिक रस्में अदा की गई।