भोपाल में सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत अनेक मंत्रियों ने किया सैल्यूट
अंतिम यात्रा में सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों ने की फूलों की वर्षा
भोपालवासियों ने नम आंखों से दी देश के सपूत को अंतिम विदाई
भोपाल। शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का शुक्रवार को भोपाल में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों समेत सेना के आला अफसरों ने ग्रुप कैप्टन को सेल्यूट कर अंतिम विदाई दी।
शहीद ग्रुप कैप्टन की चिता को अग्नि उनके बेटे और भाई ने दी। इस मौके पर उपस्थित उनके पिता भी बेटे को अंतिम विदाई देते समय भावुक नजर आए। अंतिम संस्कार में उपस्थित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी।
शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी के परिवार से संत हिरदाराम मुक्तिधाम में भेंट की। अब उनका परिवार मेरा और सम्पूर्ण मध्यप्रदेश का परिवार है। उनके परिवार की सेवा एवं देखभाल अब हम सबका कर्तव्य है और हम पूरी निष्ठा से इसका निर्वहन करेंगे। pic.twitter.com/cDNb5nrMj8
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 17, 2021
अंतिम संस्कार के पहले जल थल और वायु सेना के अफसरों ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को सलामी दी। इसके पहले आज सुबह भोपाल स्थित सेना के 3 ईएमई सेंटर स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल से ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे सेना के ट्रक में बैरागढ़ स्थित विश्राम घाट ले जाया गया।
शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी को श्रद्धांजलि। #Bhopal https://t.co/YPiTolIlti
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 17, 2021
अंतिम यात्रा के दौरान सड़क के दोनों ओर खड़े आम नागरिकों ने ग्रुप कैप्टन की पार्थिव देह पर पुष्प वर्षा की और भारत माता की जय तथा वरुण सिंह अमर रहे के नारे लगाए। 6 किलोमीटर लंबी इस यात्रा के दौरान शहीद को अंतिम विदाई देते समय लोगों की आंखें नम थी।
शहीद ग्रुप कैप्टन की अंतिम यात्रा में शामिल उनके कई मित्रों और पड़ोसियों ने वरुण सिंह के साथ अपनी यादों को मीडिया के साथ साझा किया और उन्हें एक बहादुर अफसर बताया।
उल्लेखनीय है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हो गए थे। उन का 7 दिन तक बेंगलुरु के अस्पताल में इलाज चला लेकिन ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बचाया नहीं जा सका । इसी हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी शहीद हुए थे।