तिरुमलातमिलनाडु के बाद अब आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में गुरुवार को भारी बारिश के बाद बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई। बारिश की वजह से पहाड़ी झरने और नदी-नाले उफान पर हैं। तिरूपति के प्रसिद्ध मंदिर में भी पानी घुस गया है। निचले इलाकों की सड़कें और गली-मुहल्ले तमिलनाडु के बाद तिरूपति माला में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है।

पानी का बहाव ऐसा है कि वाहन खिलौनों की तरह बहने लगे। वहीं शहर से लगे ग्रामीण इलाकों में सैकड़ों जानवर बाढ़ में बह गए। पानी मंदिर परिसर में भर गया। यहां से श्रद्धालुओं को सुरक्षित हटा लिया गया है।

नुकसान का आंकलन करना मुश्किल
तिरुमला स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी के मंदिर जाने के लिए घाट रोड सड़क में भी पानी का तेज बहाव है। पहाड़ी मंदिर के लिए सीढ़ी वाले मार्ग को भी बंद कर दिया गया है। कुल मिलाकर नुकसान का आंकलन करना मुश्किल है।

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD), जो प्रसिद्ध मंदिर का प्रबंधन संभालता है, ने भारी बारिश के पूवार्नुमान के मद्देनजर अलीपीरी और श्रीवरिमेट्लू को दो दिनों के लिए बंद करने की घोषणा पहले ही की थी। बारिश ने तिरुमाला में वैकुंठम कतार परिसर को भी प्रभावित किया। परिसर के तहखाने में पानी घुस गया।

आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी बारिश 
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव की वजह से आंध्र प्रदेश के कई तटीय जिलों में भारी बारिश हो रही है। डिप्रेशन का सबसे ज्यादा असर चित्तूर, कड़पा और नेल्लूर जिलों में देखने को मिल रहा है। इन जिलों के कई निचले इलाकों में जल भराव हो गया है।