शुक्रवार सुबह 5 बजे गुना के चाचौड़ा में बरखेड़ा के पास ट्रेवलर बस और ट्रक के बीच हुआ हादस अपने पीछे सड़क सुरक्षा को लेकर कई सवाल छोड़ गया है। हादसे के बाद प्रशासन भले ही कार्रवाई को लेकर कई दावे करे, लेकिन अगली बार इस तरह के हादसे नहीं होंगे। इस बात की कोई ग्यारंटी नहीं है। गौरतलब है कि एनएच 46 पर हुआ यह हादसा इतना भयानक था कि मिनी बस में बैठे दो युवाओं और एक बच्ची को भागने तक का मौका नहीं मिला और तीनों की गाड़ी में जिंदा जलने से मौत हो गई।
शराब पीकर गाड़ी चला रहा था ड्राइवर
हादसे की सबसे बड़ी वजह ड्राइवर का शराब पीकर गाड़ी चलाना माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक सभी लोग इंदौर से मथुरा दर्शन करने के लिए जा रहे थे और देर रात 12.30 बजे इंदौर से रवाना हुए थे। इस दौरान ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। इसी बात को लेकर परिवार के लोगों के साथ ड्राइवर का झगड़ा भी हुआ था। बताया जा रहा है कि ड्राइवर तेज गति से बस चला रहा था, जिसके बाद देवास में परिवार के लोगों ने ड्राइवर से बहस की थी और वापिस इंदौर चलने को कहा था, लेकिन ड्राइवर ने किसी की भी बात नहीं मानी थी। परिवार जनों के मुताबिक यदि ड्राइवर इंदौर वापिस लौट गया होता तो शायद यह हादसा नहीं होता।
ट्रक ड्राइवर ने न हाजार्ड लाइट जलाई न पार्किंग लाइट
बताया जा रहा है कि जिस ट्रक के साथ बस का एक्सिडेंट हुआ। वह सड़क के बिल्कुल नजदीक खड़ा था। इस दौरान ट्रक ड्राइवर ने न तो पार्किंग लाइट जलाई थी और न ही हाजार्ड (चारों इंडिकेटर) जलाए थे। यही कारण रहा होगा कि मिनी बस ड्राइवर को सड़क पर खड़ा ट्रक नहीं दिखा होगा। इस पूरे मामले में पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को दुर्घटना का जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। वहीं मिनी बस की स्पीड भी बहुत ज्यादा थी। इस कारण उसे सड़क पर खड़ा ट्रक नहीं दिखा और दुर्घटना हो गई।
नियमों के मुताबिक नहीं बनी थी मिनी बस
बताया जा रहा है कि मिनी बस नियमों के मुताबिक नहीं बनी हुई थी। मिनी बस में केबिन ही नहीं था और गेट के बिल्कुल नजदीक सवारियों के बैठाने के लिए सीट बनाई गई थी। वहीं बस सड़क के दाईं ओर खड़े बस के पिछले हिस्से से जाकर टकरा गई। जिससे ड्राइवर की सीट अपनी जगह से तीन फीट आगे निकल आ गई थी। वहीं बस का आगे का करीब तीन फीट हिस्सा पूरी तरह चिपक गया। इससे अगली सीट पर बैठे तीनों लोगों का शरीर फंस गया। जिससे आग लगने के बाद भी तीनों गाड़ी से निकलकर नहीं भाग पाए और तीनों जिंदा बस में जल गए और आखिर में तीनों के कंकाल ही बरामद हुए।
यह है मामला
इंदौर निवासी शर्मा परिवार दीपावली के अवसर पर गोवर्धन पूजा करने मथुरा जा रहा था। इस दौरान गुना के चाचौड़ा में बरखेड़ा के पास बस सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में भिड़ गई। हादसे में माधव शर्मा (20), रोहित शर्मा (19) और दुर्गा शर्मा (13 ) की दर्दनाक मौत हो गई थी।