मुंबई। मनी लॉन्ड्रिंग केस में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमख की हिरासत 3 दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। अनिल देशमुख को 10 दिन पहले ED ने गिरफ्तार किया है। हालांकि ईडी की याचिका का कड़ा विरोध करते हुए देशमुख के वकील विक्रम चौधरी और अनिकेत निकम ने कहा कि पूर्व मंत्री स्वेच्छा से ईडी के सामने पेश हुए और यहां तक कि ईडी की विस्तारित हिरासत में रहने के लिए भी सहमत हो गए थे।

विशेष न्यायाधीश एचएस सतभाई के समक्ष वकीलों ने सवाल किया कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किए बिना चार्जशीट क्यों दायर की गई, जो कि मुख्य आरोपी है और जिन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन वह केवल कागजों पर ही ‘आरोपी’ बने रहे।

चौधरी और निकम ने यह भी पूछा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह (वर्तमान में लापता) को उनका बयान दर्ज करने को लेकर जांच के लिए क्यों नहीं बुलाया गया है। चौधरी ने कहा, “देश एक ऐसे दौर से गुजर रहा है, जहां अराजकता व्याप्त है और न्यायपालिका ही एकमात्र तारणहार है। ईडी की और हिरासत की मांग इस बात का सबूत है कि सब कुछ ठीक नहीं है और वे उनके साथ द्वेषपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं।”

देशमुख की हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए ईडी के विशेष लोक अभियोजक श्रीराम शिरसत ने कहा कि इसकी (हिरासत बढ़ाए जाने की) जरूरत है, क्योंकि मामले में नए तथ्य सामने आए हैं जिनकी जांच की जरूरत है। इसके अलावा, उन्होंने तर्क दिया कि इसी मामले का आरोपी वाजे, वर्तमान में शनिवार तक मुंबई पुलिस की हिरासत में है। ईडी वाजे की हिरासत की मांग के लिए एक नई याचिका दायर करेगी, ताकि उनका देशमुख के साथ सामना कराते हुए पूछताछ की जा सके।