नई दिल्ली। NEET 2021 का रिजल्ट घोषित होने के बाद अब देश के टॉप मेडिकल कॉलेजों पर एडमिशन के लिए भागम-भाग शुरू होगी। कटऑफ के जरिए एडमिशन प्रोसेस शुरू होगा। इसमें सबसे पहले एक काउंसलिंग 15 फीसदी ऑल इंडिया कोटा के आधार पर और दूसरी काउंसलिंग राज्य अपने स्तर पर मेरिट लिस्ट के जरिए करेंगे। गौरतलब है कि नीट परीक्षाओं में कुल 15,44,275 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इन छात्रों में से 8,70,074 छात्रों ने यह परीक्षा क्वालिफाइड की है।
नीट परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को देश के विभिन्न प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस समेत विभिन्न कोर्सेज में एडमिशन मिल सकेगा।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 में संशोधन के उपरांत देशभर में स्थित 13 एम्स और पुडुचेरी के जवाहरलाल पीजी चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के एमबीबीएस पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षाएं भी नीट के जरिए से ली गई हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 28 अक्टूबर को एनटीए को नीट परिणाम 2021 जारी करने की अनुमति दी थी। सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद 1 नवंबर को एनटीए परीक्षा परिणाम की घोषणा कर दी है।
नीट यूजी 2021 परीक्षा भारत के 202 शहरों में 3,800 से अधिक परीक्षा केंद्रों में रविवार 12 सितंबर को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे के बीच आयोजित की गई थी। पूरे देश में लगभग 16 लाख छात्रों ने परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था।
एनटीए के मुताबिक, भारत सरकार की पहल पर मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट-यूजी’ पहली बार दुबई में भी आयोजित की गई। दुबई स्थित परीक्षा केंद्र के अलावा कुवैत में भी नीट-यूजी परीक्षा आयोजित करवाई गई।
केंद्र सरकार ने इस बार नीट में परीक्षाओं में 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण को लागू करने का फैसला किया है। साथ ही छात्रों को 13 भाषाओं में यह परीक्षा देने की सुविधा दी गई।