कर्नाटक में मिले पहले दो मरीज, 29  देशों में 376 मामले अब तक आ चुके हैं सामने

मुंबई में भी कोरोना पॉजिटिव निकले दक्षिण अफ्रीका से आए 4 यात्री

मुंबई। कोरोना वायरस का ओमिक्रान वेरिएंट भारत पहुंच गया है। देश में इसके पहले दो मरीज कर्नाटक में पाए गए हैं। कोरोना का नया वेरिएंट अब तक दुनिया के 29 देशों में देखा जा चुका है और 373 लोग इसकी चपेट में आए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल में गुरुवार को मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट के बड़े तेजी से फैलने की आशंका है। उन्होंने कहा कि नया वेरिएंट 5 गुना तक ज्यादा संक्रामक हो सकता है। उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि देश के 15 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट से ज्यादा और 18 जिलों में 5 से 10 प्रतिशत के बीच बनी हुई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना का सबसे ज्यादा असर केरल और महाराष्ट्र में है। यहां एक्टिव केसों की संख्या 10 हजार से अधिक है। उन्होंने कहा कि देश में मौजूद कोरोना वायरस के सर्वाधिक मरीज इन दोनों राज्यों में ही है। अग्रवाल ने बताया कि देश में इस समय 99763 एक्टिव केस है। अग्रवाल ने बताया कि देश की 49 फ़ीसदी आबादी को अब तक कोरोना का टीका लग चुका है।

उधर महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में दक्षिण अफ्रीका से आए चार यात्री कोरोना वायरस के शिकार पाए गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग में इन सभी के सैंपलों को जिनोम टेस्टिंग के लिए भेजा है। राज्य सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए राज्य में विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए एक नई अल्ट्रा हाई रिस्क कैटेगरी बनाइए बनाई है। इस श्रेणी में दुनिया के जिन 6 देशों को रखा गया है उनमें अफ्रीकी देश बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लेसोथो, जिंबाब्वे एस्वातीनी शामिल है। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन 6 देशों से आने वाले विमान यात्रियों को क्वारंटाइन किया जाएगाए इतना ही नहीं एट रिस्क देशों से आने वाले हर यात्री का आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाएगा।

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के सभी हवाई अड्डों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के नियमों को कड़ा करने का निर्देश दिया है। खास तौर पर एट रिस्क देश से भारत आने वालों का परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली में भी रिस्क वाले देशों से आए 4 यात्री पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी के सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं ।

सीरम इंस्टीट्यूट ने मांगी डीसीजीआई की हरी झंडी

इधर पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ने भारत में बूस्टर डोज के रूप में कोवीशील्ड वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए डीसीजीआई से अनुमति मांगी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने अपने आवेदन में कहा है कि देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के आने के खतरे को देखते हुए संस्थान को इसकी  अनुमति दी जाना चाहिए। सीरम इंस्टीट्यूट ने कहां है कि उसके पास वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है। सीरम इंस्टीट्यूट ने अपने आवेदन में एस्ट्रेजनेका का उदाहरण देते हुए कहा है कि उसकी वैक्सीन को ब्रिटेन में बूस्टर डोज के रूप में देने को मंजूरी मिल चुकी है।