टी-20 विश्वकप में 24 अक्टूबर को पाकिस्तान ने विश्वकप के इतिहास में पहली बार भारत को हराया था। विश्वकप की एकमात्र जीत से ही पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी और राजनेता बौरा गए हैं। उनकी बदजुबानी इस कदर बढ़ गई है कि वे सारी सीमाएं भूल गए। खेल को खेल न मानते हुए धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं। वे भूल गए हैं कि एक दिवसीय और टी-20 विश्वकप में भारत और पाकिस्तान अब तक कुल 13 बार आमने-सामने हुए हैं। इनमें 12 बार भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई है।
दुबई में खेले गए मैच में पाकिस्तान के जीतने पर उसके इंटीरियर मिनिस्टर शेख रशीद ने कहा कि हमारे लिए तो यही फाइनल था। उन्होंने धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश की। वहीं पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने तो सारी सीमाएं तोड़ते हुए बोला था कि मोहम्मद रिजवान ने हिंदुओं के सामने नमाज पढ़ी। वकार यूनिस के इस बयान की पूरे क्रिकेट जगत सहित अन्य लोगों ने कड़ी निंदा की। चारों ओर से निंदा होने लगी तो उन्होंने अपने बयान के लिए खेद जताया। मैच फिक्सिंग में फंस चुके पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर की बदजुबानी पर भारत के पूर्व दिग्गज गेंदबाज हरभजन सिंह ने उसकी बोलती बंद कर दी। हरभजन ने याद दिलाया कि तुम किस तरह मैच फिक्सिंग में फंसे थे।
मोहम्मद शमी का बहाना लेकर भड़काना चाह रहे माहौल
कुछ उन्मादी लोग सोशल मीडिया के फर्जी अकाउंट के जरिये मोहम्मद शमी को ट्रोल कर रहे हैं। इसमें पाकिस्तान के लोग तो हैं ही, लेकिन भारत के लोग भी शामिल हो गए हैं। वे चाहते हैं कि इससे भारतीय टीम के अंदर वैमनस्य पैदा हो और देश का माहौल भी खराब रहे।
भारतीय टीम की खेल भावना की हो रही तारीफ
मैच के बाद पाकिस्तान की ओर से आ रही प्रतिक्रियाओं की आलोचना तो भारतीय टीम की खेल भावना की हर जगह तारीफ हो रही है। आस्ट्रेलिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज और पाक टीम के बल्लेबाज सलाहकार मैथ्यू हेडन ने कहा है कि जिस चीज ने मुझे अधिक प्रेरित किया वह शानदार खेल भाईचारा था। भारतीय टीम के मेंटर महेंद्र सिंह धोनी को जब मैच समाप्त होने के बाद कप्तान बाबर आजम, शोएब मलिक और शाहनवाज सहित पाकिस्तान के खिलाड़ियों से बात करते हुए देखा गया। वहीं विरोट कोहली और रिजवान ने भी कड़ी जंग के बाद भाईचारा दिखाया।
टीवी पर भी बदजुबानी चालू
सिर्फ एक जीत के बाद पाकिस्तान के टीवी पत्रकार भी बदजुबानी कर रहे हैं। पाकिस्तान के ही पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने जब भारत की कटु आलोचना नहीं की तो वहां के नेशनल चैनल पीटीवी के एंकर ने लाइव शो के दौरान शोएब अख्तर से कहा कि आप सही नहीं बोल रहे हैं। वकार यूनिस ने जब हिंदुओं के सामने नमाज पढ़ने वाला बयान दिया था तो उस समय भी शोएब अख्तर ने चुप्पी साध ली थी। इस पर भी पाकिस्तान के लोगों ने शोएब अख्तर को निशाने पर लिया था। इससे व्यथित होकर शोएब अख्तर ने पीटीवी से ही इस्तीफा दे दिया।
इसलिए भी चुप रहे शोएब
शोएब अख्तर अन्य पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों से थोड़ा समझदार हैं, क्योंकि वह विभिन्न टीवी शो में हिस्सा लेते हैं। क्रिकेट कमेंट्री भी करते हैं। उन्हें पता है कि भारत के खिलाफ यदि अपशब्द कहे तो उनके आर्थिक हितों का नुकसान हो सकता है। इसलिए उन्होंने चुप्पी साधना ही बेहतर समझा।