नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से भारत समेत दुनिया भर के देशों की चिंता बढ़ गई है। इसी खतरे को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी आज देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति, वैक्सीनेशन से जुड़े मुद्दों पर शीर्ष अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गॉबा, पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल भी मौजूद हैं।
भारत ने दिए एयरपोर्ट पर सख्ती के निर्देश
इससे पहले कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमण के खतरे को देखते हुए फ्रांस, जर्मनी,ब्रिटेन,इटली और नीदरलैंड ने अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। भारत में भी एयरपोर्ट पर सावधानी और सख्ती के निर्देश दिए गए हैं। साउथ अफ्रीका, हॉन्गकॉग बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की पुख्ता जांच की जा रही है।
भारत में है तीसरी लहर का खतरा
B.1.1.529 कोरोना का अब तक का सबसे नया और खतरनाक स्ट्रेन है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यह है कि सिर्फ दो हफ्ते में दक्षिण अफ्रीका में 75 पर्सेंट मरीज इस वेरिएंट के मिले हैं। यानी इसने डेल्टा के मामलों को भी पछाड़ दिया। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब तक भारत तीसरी लहर से बचा हुआ है, मगर यह वेरिएंट भारत आता है तो तीसरी लहर जल्दी आने का खतरा बढ़ जाएगा। ऐसे में हर वो कदम उठाया जाना चाहिए जिससे इस वेरिएंट को भारत आने से रोका जा सके।
बेहद तेजी से फैलने वाला है यह वायरस
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला खतरनांक स्वरूप’ करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की ओर से शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है।
दिल्ली के सीएम की केंद्र सरकार से मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन देशों से फ्लाइट पर रोक लगाने की मांग की है, जो कोरोना के नए वैरिएंट से प्रभावित हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि बड़ी मुश्किल से हमारा देश कोरोना से उबर पाया है। हमें इस नए वैरिएंट को भारत में आने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।