वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी में भगवा चोला पहनकर रुद्राक्ष की माला हाथ में लेकर गंगाजल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए वे आज वाराणसी पहुंचे यहां सबसे पहले उन्होंने काशी के कोतवाल काल भैरव की आरती की। उनसे अनुमति लेकर वह खिरकियां घाट पहुंचे। यहां से क्रूज में बैठकर ललिता घाट गए जहां गंगा नदी में डुबकी लगाई।
पीएम आज काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए देश के प्रमुख शंकराचार्य, महामंडलेश्वर, श्रीमहंत सहित सनातन धर्म के सभी संप्रदायों के प्रमुख और गणमान्य लोग काशी पहुंच गए हैं। वहीं, विश्वनाथ धाम के साथ सजकर तैयार पूरी काशी मंत्रोच्चार और शंखनाद से गूंजेगी। विश्वनाथ धाम लोकार्पण उत्सव का देश में 51 हजार स्थानों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।
गंगा नदी में क्रूज पर सवार पीएम मोदी ललिता घाट गए
गंगा नदी में अलकनंदा क्रूज पर सवार होकर पीएम मोदी ललिता घाट गए। उनके साथ सीएम योगी भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने क्रूज से हाथ हिलाकर घाट पर मौजूद गंगा भक्तों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। लोगों में भी उत्सुकता देखी गई और घाटों पर भीड़ बढ़ गई और बम बम भोले, हर हर महादेव के नारों की काशी में गूंज है।
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी में करीब 30 घंटे रहेंगे। यहां काशी विश्वनाथ धाम (कॉरिडोर) का लोकार्पण करने के साथ शिव दीपावली देखेंगे तो अगले दिन मंगलवार को भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य मेजबान के रूप में पूरे कार्यक्रम में रहेंगे।
तय कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। वहां से खिड़किया घाट पहुंचेंगे। यहां से क्रूज पर सवार होकर पीएम विश्वनाथ धाम के लिए रवाना होंगे। ललिता घाट स्थित गेटवे ऑफ कॉरिडोर से काशी विश्वनाथ मंदिर में माथा टेक धाम का लोकार्पण करेंगे। वहां से वापस खिड़किया घाट आकर बनारस रेल इंजन कारखाने के गेस्ट हाउस जाएंगे।
सोमवार की शाम क्रूज से दीपों से सजे घाटों की निराली छटा देखने निकलने से पहले प्रधानमंत्री शहर के कुछ विशिष्टजन से मुलाकात कर सकते हैं। बरेका गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद 14 दिसंबर को बरेका सभागार में मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में शामिल होंगे। यहां अलग-अलग सत्रों में मुख्यमंत्री केंद्र सरकार की योजनाओं के अमल और राज्यों की प्रगति पर प्रस्तुतीकरण देंगे।