नई दिल्ली। पंजाब की रहने वाली हरनाज़ संधू नेल 21 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स बन गईं है। उन्होंने ‘मिस डीवा और मिस यूनिवर्स इंडिया 2021’ का खिताब के बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी और आखिर उन्होंने वह मकाम हासिल कर ही लिया। हरनाज मॉडलिंग और पंजाबी फिल्मों का जाना-माना नाम हैं। मगर उनको भी इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष भी करना पड़ा।

लोग मजाक में कहते थे खाना नहीं मिलता क्या

हरनाज टीनएज में बहुत ही दुबली थीं इसलिए लोग उन्हें देखकर माचिस की तीली, खाना नही मिलता क्या? कुछ इसी तरह के ताने कसते थे। कुछ कहते थे कि ज्यादा हवा में मत जाना, उड़ जाओगी। हरनाज ने इस हद तक ये बातें सही कि वे खुद पर शक करने लगी थीं। लेकिन इतने खिताब अपने नाम करने के बाद जब वे पलटकर देखती हैं तो सोचती हैं कि उस वक्त जितना गिराया गया, उससे सीख लेकर वे बहुत ऊंची उठ चुकी हैं।

हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ा

70वें मिस यूनिवर्स पेजेंट का आयोजन 12 दिसंबर को इजरायल में हुआ। इसमें हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना। हरनाज संधू से पहले साल 2000 में भारत से लारा दत्ता ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। हरनाज, प्र‍यंका चोपड़ा का नाम कई बार अपनी प्रेरणा के तौर पर लेती रही हैं।

 पशुओं से लगाव है हरनाज कौर को

हरनाज कौर पंजाब के गुरदासपुर जिले के एक गांव कोहाली की रहने वाली हैं। हरनाज की मां बताती हैं कि उनकी बेटी जज बनना चाहती है। हरनाज चंडीगढ़ के सेक्टर-40 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल की छात्रा रही। उन्होंने 12वीं सेक्टर-35 खालसा स्कूल से की है। अभी हरनाज सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज की स्टूडेंट हैं। हरनाज को थिएटर में काफी दिलचस्पी है। उनको पशुओं से खास लगाव है। बेहद शांत स्वभाव की संधू ने स्कूल से कॉलेज तक कभी कोचिंग नहीं ली।

पापा बिजनेसमैन हैं और मां गाइनेकोलॉजिस्ट

हरनाज को देश का पॉलिटिकल सिस्टम अच्छा लगा, वे इस एरिया में काम करना चाहती हैं और इसलिए वे पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री कर रही हैं। खुद को ईश्वर का फेवरिट चाइल्ड मानने वाली हरनाज के माता-पिता ने कभी उन पर अपनी महत्वकांक्षाओं का बोझ नहीं डाला।