भोपाल। अगर आप जंगली जानवरों को करीब से देखना पसंद करते हैं और जंगलों की शांति और स्वच्छ वातावरण आपको पसंद आता है, तो यह खबर आपके लिए ही है। दरअसल राजधानी भोपाल (Bhopal) से सटे रातापानी वन अभ्यारण्य (Ratapani Forest Sanctury) में गत सप्ताह से टाइगर सफारी की शुरुआत कर दी गई। वन विभाग के सहयोग से रातापानी जंगल लॉज द्वारा इस सफारी को शुरू किया गया है। अफ्रीका में खुले वाहन में होने वाली सफारी की तर्ज पर ही इस जंगल सफारी में जंगली जानवरों को पर्यटक उनके निवास स्थल पर विचरण करते हुए देख सकेंगे। खास बात यह है कि जंगल सफारी के लिए टाटा ने विशेष रूप से निर्मित टाटा योद्धा 4 व्हील ड्राइव (Tata Yodha 4 wheel Drive) वाहन को तैयार किया है। इस वाहन की खासियत यह है कि कीचड़ या गड्ढे में वाहन का टायर जाने के बाद इस वाहन का इंजन चारों टायरों में बराबर पावर डिस्ट्रीब्यूट कर देता है।
वर्तमान में 20 किमी तक ही हाेगी जंगल की सैर
वर्तमान में केवल रातापानी के झिरी द्वार से किरमई तक केवल 20 किमी क्षेत्र में ही पर्यटकों को घूमने की इजाजत रहेगी। बाद में रूट को किरमई से 16 किमी आगे भीमबैठिका तक बढ़ा दिया जाएगा। इस तरह से पर्यटक झिरी द्वार से भीमबैठिका तक वाहन में बैठकर जंगली जानवरों को देख सकेंगे। साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि वाहनों की आवाज से वन्य प्राणियों पर दबाव न पड़े। इस दौरान जंगल में गाड़ी का हॉर्न बजाने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। इसके अलावा यदि निजी 4 व्हील ड्राइव वाहन से भी जंगल की सैर करना चाहें तो झिरी द्वार से टिकट कटवाकर सफारी का मजा ले सकते हैं। वर्तमान में केवल 25 वाहनों को ही रोजाना सफारी की अनुमति मिलेगी।
क्या खास है नवीन टाटा योद्धा वाहन में
यह विशेष वाहन टाटा कंपनी ने जंगल की परिस्थितियों के लिए तैयार किया है। 10 सीटर वाहन चारों ओर से खुला हुआ है, जिससे जंगल में आराम से जानवरों को देखा जा सकता है। जंगल के पूरे व्यू के लिए इसकी सीटों को ऊंचा रखा गया है। जहां देश के अन्य टाइगर रिजर्व व सेंचुरी के लिए केवल जिप्सी का इस्तेमाल होता है। वहीं रातापानी में टाटा योद्धा वाहन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वाहन का फ्लोर प्लाई से और छत को स्टील से बनाया गया है। इस वाहन की कीमत लगभग 12 लाख रुपए है। इसके अलावा एक अन्य जिप्सी वाहन को टाइगर सफारी के लिए उपलब्ध कराया गया है। सफारी के दौरान पर्यटकों के साथ वन विभाग से प्रशिक्षित ड्राइवर और गाइड भी रहेगा। साथ ही नाश्ते की व्यवस्था भी की जाएगी।
झिरी से किरमई तक प्रति व्यक्ति सफारी का किराया लगभग 450 रुपए है। वहीं कैरी महादेव तक 400 रुपए किराया देना होगा। यदि स्वयं के चार पहिया वाहन से जाते हैं तो झिरी से किरमई तक 750 रुपए देने होंगे।
टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
इस सफारी के शुरू होने के बाद इस क्षेत्र में टूरिज्म बढे़गा। सफारी के लिए टाटा कंपनी ने ऐसे वाहन को तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल केवल दक्षिण अफ्रीका में किया जाता है।
– अंजली सिंह, ऑनर, रातापानी जंगल लॉज
सुरक्षा का पूरा ध्यान रखेंगे
सफारी के दौरान इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि जंगली जानवरों और पर्यटकों को किसी तरह की समस्या न हो। वाहनों के दबाव से जानवर परेशान न हों। इस बात का भी सफारी के दौरान विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
– विजय कुमार, डीएफओ ओबेदुल्लागंज