रवि शास्त्री बोले-इसी नियम के कारण टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी टीम इंडिया
– जीत के साथ भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में कार्यकाल समाप्त
– कहा, हमने भारतीय क्रिकेट के इतिहास की बेहतरीन टीम बनाई, विदेशी टीमों को उनके घर में हराया
बतौर टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल सोमवार को नामीबिया के खिलाफ शानदार जीत के साथ समाप्त हो गया। रवि शास्त्री ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमने भारतीय क्रिकेट के इतिहास की बेहतरीन टीम बनाई। हमारी टीम ने विदेशी टीमों को उनके घर में घुसकर हराया। वहीं उन्होंने कोरोना के कारण बायो बबल के नियम पर सवाल उठाए। रवि शास्त्री ने कहा कि बायो बबल के कारण टीम का प्रदर्शन प्रभावित रहा। उनका मानना है कि टी-20 विश्वकप में टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी, तो इसका कारण कहीं न कहीं बायो बबल भी है।
आईपीएल और टी-20 वर्ल्डकप में अंतर होता, तो कुछ बेहतर हो सकता था
भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 एक दिवसीय मैच खेलने वाले रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के बुरे प्रदर्शन पर कहा कि सबसे बड़ी बात आराम की है। मैं मानसिक रूप से थक चुका हूं। हालांकि मेरी उम्र में ऐसा होता है, लेकिन खिलाड़ी मानसिक-शारीरिक रूप से थके हुए हैं, पिछले 6 महीने से बायो-बबल में घूम रहे हैं। अगर आईपीएल-टी20 वर्ल्डकप में कुछ गैप होता, तो काफी कुछ बेहतर हो सकता था’। रवि शास्त्री ने कहा कि क्योंकि जब बड़े मैच होते हैं, तो प्रेशर आपके ऊपर होता है। ये कोई बहाना नहीं है, क्योंकि हमें हार से डर नहीं लगता। अगर आप जीतने के लिए खेलते हो, तो हार हो सकती है, लेकिन यहां हमने वैसा किया ही नही।
गौरतलब है कि भारतीय टीम ने टी-20 वर्ल्डकप की शुरुआत में जिस तरह पाकिस्तान, न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन किया उसने हर किसी को निराश किया। पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट, न्यूजीलैंड ने 8 विकेट से करारी मात दी। इन्हीं दोहरी हार की वजह से टीम इंडिया का टी-20 वर्ल्डकप से बाहर होना तय हो गया था।
बुमराह ने भी उठाए थे बायो बबल पर सवाल
भारतीय टीम में शामिल अधिकतर खिलाड़ी आईपीएल में खेल रहे थे और सीधे टी-20 वर्ल्डकप में आ गए। उससे पहले भी इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका का दौरा चल रहा था, ऐसे में कई प्लेयर्स एक बबल से दूसरे बबल में जाते गए। सिर्फ रवि शास्त्री ही नहीं, बल्कि जसप्रीत बुमराह ने भी बायो-बबल की बात की थी।
Set to end his tenure as Head Coach, @RaviShastriOfc heaps praise on #TeamIndia for what it has accomplished over the last few years. 👏 👏#T20WorldCup pic.twitter.com/9o5MxhkAFw
— BCCI (@BCCI) November 8, 2021
मैंने दुनिया की बेस्ट टीम तैयार की: शास्त्री
नामीबिया के खिलाफ खेले गए मैच से पहल रवि शास्त्री ने अपने करियर पर बात की। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने दुनिया की बेस्ट टीम तैयार की है, जिसने हर टीम को उनके घर पर जाकर हराया है। अपने कोचिंग कार्यकाल पर रवि शास्त्री ने कहा कि यह सफर काफी शानदार रहा। मैंन काम संभाला तब सोचा था कि बदलाव लाना है और शायद वाह आ चुका है। कभी-कभी जिंदगी में सिर्फ यह मायने नहीं रखता है कि आपने क्या हासिल किया। यह भी जरूरी है कि आप कहां से आए हो। पिछले पांच साल में टीम इंडिया ने जो हासिल किया है, वह शानदार है।
पूर्व भारतीय कप्तान रहे रवि शास्त्री ने आगे कहा कि हमारी टीम ने हर फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। क्रिकेट के इतिहास की सबसे बेस्ट टीम बनकर साबित हुई। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच में दुनियाभर में जाकर जीत हासिल करना सबसे खास रहा। हमने हर टीम को हराया है। हर फॉर्मेट में हराया और खास बात है कि उनके घर पर जाकर हराया है।
राहुल को मिल रही अच्छी टीम, वे और बेहतर बनाएंगे
रवि शास्त्री के बाद राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के मुख्य कोच की जिम्मेदारी 17 नवंबर से शुरू हो रहे न्यूजीलैंड के दौरे से ही संभाल लेंगे। इस पर रवि शास्त्री ने कहा कि मुझे लगता है कि उन्हें विरासत में एक बेहतरीन टीम मिल रही है। विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी की वजह से टीम इंडिया पर बदलाव का असर नहीं पड़ेगा। रवि शास्त्री ने राहुल द्रविड़ को लेकर कहा कि उनके अनुभव का भारतीय टीम को फायदा मिलेगा और वह आने वाले वक्त में टीम को बेहतर ही बनाएंगे।
आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को उसके घर में हराया, लेकिन आईसीसी ट्रॉफी नहीं दिला सके
रवि शास्त्री ने 2017 के बाद भारतीय टीम के कोच का पद संभाला था, तब से अब तक रवि शास्त्री और विराट कोहली की जोड़ी ही टीम इंडिया को लेकर आगे बढ़ रही थी। रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में भी टेस्ट सीरीज जीती है जो ऐतिहासिक रहा। हालांकि, वह कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाए हैं। रवि शास्त्री के अलावा भरत अरुण, आर. श्रीधर भी टी-20 वर्ल्डकप के बाद टीम इंडिया से विदाई लेंगे।