यूएई और ओमान ने चल रहे टी-20 विश्वकप के दौरान एक गतिविधि इस दिनों बड़ी चर्चा में है। कुछ लोग इसको सही बता रहे हैं, तो कुछ इसका विरोध भी कर रहे हैं। इसका विरोध करना दक्षिण अफ्रीका के एक दिग्गज क्रिकेटर को भारी पड़ गया। जब क्रिकेटर को लगा कि मामला बिगड़ सकता है तो वह घुटनों पर आ गया।
दरअसल दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने 26 अक्तूबर को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मुकाबले में ब्लैक लाइव्स मैटर को सपोर्ट नहीं करने की वजह से उन्हें बाहर बैठना पड़ा था। मैच से बाहर होने के बाद ऐसा कहा जा रहा था कि डिकॉक अब शायद ही विश्व कप में खेलें। इसके बाद उन्होंने इस पर माफी मांगी और शेष मैचों के लिए खुद को उपलब्ध बता दिया है। उन्होंने अपने बयान से साफ कर दिया कि वह शेष मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे। उनके इस बयान को क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने आज जारी किया है। 30 अक्तूबर को दक्षिण अफ्रीका की टीम श्रीलंका के खिलाफ मैच खेलेगी।
नस्लवाद मुहिम में शामिल नहीं हुए थे डिकॉक
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जाने वाले मैच में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों को टी-20 विश्व कप मैचों से पहले नस्लवाद के खिलाफ मुहिम में शामिल होने को कहा था। मगर टीम के पूर्व कप्तान क्विंटन डिकॉक ने व्यक्तिगत निर्णय लेते हुए ऐसा करने से मना कर दिया। इसके बाद उन्हें विंडीज टीम के खिलाफ खेले गए मैच की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। उनकी जगह हेनरिक क्लासेन बतौर विकेटकीपर मैच में शामिल किए गए थे। जबकि रीज हेंड्रिक्स को सलामी बल्लेबाज रूप में जगह दी गई थी।