– टी-20 विश्वकप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को छह गेंद शेष रहते पांच विकेट से हराया

 

इसे कहते हैं शानदार, जानदार और धमाकेदार जीत। न्यूजीलैंड ने बुधवार को डेरिल मिशेल की डेयरिंग पारी की मदद से टी-20 विश्वकप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। अबूधाबी में खेले गए पहले सेमीफाइनल में कीवी टीम ने इंग्लैंड को छह गेंद शेष रहते पांच विकेट से हरा दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड के टीम जीत जाएगी, लेकिन सलामी बल्लेबाजी डेरिल मिशेल की नाबाद 72 रन की साहसिक पारी और अंतिम ओवरों में जेम्स नीशाम की ताबड़तोड़ 27 रन की पारी से न्यूजीलैंड ने धमाकेदार जीत दर्ज की। इसके साथ ही 2019 के एकदिवसीय वर्ल्डकप के फाइनल में इंग्लैंड से मिली हार का बदला कीवियों ने चुकता कर लिया।

न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। कप्तान केन विलियमसन के इस निर्णय को उसके खिलाड़ियों ने सही साबित कर दिया। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मोइन अली की नाबाद 51 रन, डेविड मलान की 41 रन और जोस बटलर की 29 रनों की पारियों की मदद से चार विकेट के नुकसान पर 166 रन बनाए। इसके अलावा इंग्लैंड की ओर से जॉनी बैरिस्टो ने 13, लियाम लिविंगस्टोन ने 17 और कप्तान इयोन मोर्गन ने नाबाद 4 रन का योगदान दिया। न्यूजीलैंड की ओर से टिम सउदी, एडम मिलने, ईश सोढ़ी, जेम्स नीशम ने एक-एक विकेट हासिल किया।

167 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरूआत अच्छी नहीं रही। अनुभवी और सलामी बल्लेबाजी मार्टिन गुप्टिल चार रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद क्रीज पर आए कप्तान केन विलियमसन पांच रन बनाकर चलते बने। इस समय टीम का स्कोर मात्र 13 रन हुआ था। दोनों बल्लेबाजों को क्रिस वोक्स ने कैच आउट करा दिया। दो स्टार खिलाड़ियों के आउट होने के बाद कीवी टीम दबाव में आ गई। इसके बाद उतरे विकेटकीपर बल्लेबाज डिवोन कॉन्वे ने डेरिल मिशेल का बखूबी साथ दिया और टीम को लगे शुरूआती झटकों से उबार दिया। मिशेल और कॉन्वे के बीच तीसरे विकेट के लिए 82 रन की बेहतरीन साझेदारी हुई। 95 रन के स्कोर पर कॉन्वे 38 गेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 46 रन बनाकर लिविंगस्टोन की गेंद पर विकेट के पीछे जोस बटलर को कैच थमा बैठे, लेकिन तब तक कॉन्वे टीम का काफी हद तक संभाल चुके थे। इसके बाद आए ग्लेन फिलिप्स (2 रन) को लिविंगस्टोन ने बिलिंग्स के हाथों कैच आउट करा दिया। इस वक्त न्यूजीलैंड का स्कोर 107 रन था। चार विकेट गिरने के बाद न्यूजीलैंड को जीत के लिए 29 गेंदों पर 60 रन की दरकार थी। ऐसा लगने लगा था कि शायद इंग्लैंड की टीम इस मैच का जीत जाएगी, लेकिन एक छोर पर डटे डेरिल मिशेल टीम को संभाले हुए थे। इसके बाद क्रीज पर आए जेम्स नीशाम ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू की। उन्होंने टीम को दबाव से बाहर निकाल दिया। नीशाम 147 रन के स्कोर पर राशिद की गेंद पर मोर्गन को कैच थमा बैठे। नीशाम ने 11 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से 27 रन बनाए। नीशाम 18वें ओवर की अंतिम गेंद पर आउट हुए। अब न्यूजीलैंड को 12 गेंदों पर 20 रन की जरूरत थी। स्ट्राइक डेरिल मिशल के पास थी। उन्होंने 19वें ओवर में क्रिस वोक्स की पहली गेंद पर दो रन लिए। दूसरी गेंद पर छक्का जड़ दिया। तीसरी गेंद पर फिर छक्का लगाया। इसके बाद चौथी गेंद एक रन लिया। पांचवीं गेंद पर सैंटनर ने एक रन चुराकर स्ट्राइक डेरिल को ही सौंप दिया। 19वें ओवर की अंतिम गेंद पर डेरिल मिशेल ने चौका लगाकर न्यूजीलैंड को एक ओवर शेष रहते पांच विकेट से जीत दिला दी। डेरिल मिशेल ने 47 गेंदें खेलकर चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 72 रन की अविजित पारी खेली। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्टस और लियाम लिविंगस्टोन ने दो-दो विकेट लिए। एक विकेट आदिल राशिद को मिला। न्यूजीलैंड के डेरिल मिशेल को साहसिक पारी खेलने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। फाइनल मुकाबल 14 नवंबर को न्यूजीलैंड के साथ दूसरे सेमीफाइनल की विजेता पाकिस्तान या आस्ट्रेलिया से होगा।