भोपाल। महंगे पेट्रोल-डीजल से परेशान लोगों को राहत देने के बाद मप्र की शिवराज सरकार ने विमानन कंपनियों को भी बड़ी राहत दी है। शिवराज सरकार ने प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देने और एयर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए भोपाल और इंदौर में भी एयरक्राफ्ट टरबाईन फ्यूल (एटीएफ) पर वेट की दरें 25 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।

अब तक ग्वालियर, खजुराहो और जबलपुर में एटीएफ पर वेट की दर पहले से ही 4 प्रतिशत है। शिवराज सरकार द्वारा 16 नवंबर को कैबिनेट में लिए गए इस निर्णय के बाद मप्र में एक शहर को दूसरे शहर तक विमान सेवाएं उपलब्ध होने से राज्य में पर्यटन तो बढ़ेगा ही आर्थिक गतिविधियों और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा।

भोपाल में बढ़ सकती है फ्लाइट की संख्या
सरकार के इस फैसले पर जानकारी देने हुए कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि सरकार के फैसले से प्रदेश में फ्लाइट की संख्या बढ़ेगी। एटीएफ पर वैट घटने से इसके दाम में कमी आएगी, जिससे विमान का किराया भी कम होने की उम्मीद है। हालांकि एटीएफ पर वैट कम करने से शिवराज सरकार को सालाना 40 करोड़ रुपए का राजस्व नुकसान होगा, लेकिन एटीएफ की दर में कमी आने से मप्र में आने वाली फ्लाइट की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है, तो ईंधन की खपत बढ़ने से नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद है।

प्रदेश में शुरू हो सकती हैं और उड़ानें
केंद्रीय उड्‌डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ही बोल चुके हैं कि मैं देश के सभी मुख्यमंत्रियों से एटीएफ (विमान ईंधन) पर वैट (VAT) को कम करने के लिए कह चुका है। देश के 9 राज्य ऐसे हैं, जहां एटीएफ पर वैट एक से चार प्रतिशत है। जिसके कारण इन राज्यों से उड़ानों में 15% की बढ़त देखने को मिली है। यही कारण है कि मैंने मप्र सरकार से इसे पूरे राज्य में समान रूप से एक से चार प्रतिशत तक लाने का अनुरोध किया था। सिंधिया की मानें तो यदि पूरे मप्र में वैट समान रूप से 1 से 4 प्रतिशत हो जाता है तो वे प्रदेश में और उड़ानें शुरू करने के बारे में निर्णय ले सकते हैं।