पपीते एक ऐसा फल है जिसमें विटामिन ए, विटामिन सी, नियासिन, मैग्नीशियम, कैरोटीन, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, कॉपर, कैल्शियम और कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। वहीं पपीता एक ऐसा फल है, जो पोषण से भरपूर होता है, साथ ही इसमें बहुत से औषधीय गुण भी हैं, जिसके चलते इसकी एक अपनी खास पहचान मानी जाती है। पपीता चाहे कच्चा हो या पका , दोनों ही हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। वहीं ज्यादा मात्रा में पपीते के सेवन से कैरोटिनेमिया यानी पेलाग्रा नामक बीमारी हो सकती है, जिसमें शरीर के अंगों का रंग पीला पड़ने लगता है। इसी को देखते हुए आज हम आपको बताने जा रहे हैं, पपीता के फायदे और नुकसान के बारे में
पपीता में विटामिन सी , एंटीऑक्सिडेंट्स व फाइबर से भरपूर मात्रा में होता है। इसमें मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करनें में बेहद कारगर साबित होता है। जिससे दिल दुरुस्त रहता है। वहीं अगर वेट लॉस करना चाहते हैं, तो एक मीडियम आकार के पपीते का सेवन फायदेमंद है। इसमें 120 कैलोरी होती है, साथ ही विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम आदि पाए जाते हैं। इसमें पाया जाने वाला पपेन एंजाइम पाचन में सहायता कर आपका काम और आसान कर देता है। पपीते में कोलेस्ट्रॉल और वसा न के बराबर पाया जाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
पपीते के रोजाना सेवन से शरीर को विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में मिलता है, जो सफेद कोशिकाओं के निर्माण में सहायक साबित होता है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, विटामिन ए और ई हमारे प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक हैं। इससे कई बीमारियां दूर रहती हैं। साथ ही आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। पपीते में आंखों के लिए जरूरी विटामिन ए की प्रचुरता होती है। इसमें नीली रोशनी से आंखों का बचाव करने वाला कैरोटिनॉइड ल्यूटिन पाया जाता है। ये रेटिना की रक्षा करता है और मोतियाबिंद के खिलाफ भी लड़ता है।
बता दें गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर के परामर्श से ही करना चाहिए। पपीते के बीज और जड़ भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकते हैं। शोधों के अनुसार, पपीते में लेटेक्स की उच्च मात्रा होती है, जो गर्भाशय के सिकुड़न का कारण बन सकती है। पपीते में मौजूद पपेन भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक शरीर की झिल्ली को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप रक्त को पतला करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं या आपका पेट खराब है, तो भी पपीते का सेवन न करें। विशेषज्ञों के अनुसार, पपीते की बाहरी त्वचा में लेटेक्स होता है, जो पेट खराब होने या दस्त का कारण बन सकता है। इससे पेट में दर्द की भी शिकायत हो सकती है।