शिमला । हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद चर्चा थी कि आखिर हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा। मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम शामिल था। शनिवार को मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस खत्म हो गया है। पार्टी आला कमान की ओर से सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर मोहर लगा दी गई है। शपथ ग्रहण समारोह रविवार को सुबह 11 बजे होगा।
राजीव शुक्ला ने की खड़गे से बात
गुलबर्गा में हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और ऑब्जर्वर ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की। इसके बाद खड़गे ने गांधी परिवार से बात कर सुक्खू के नाम पर मुहर लगाई। बताया जाता है कि पार्टी के बाकी नेताओं से चर्चा कर सुक्खू के नाम की घोषणा कर दी गई है।
पार्टी का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के बेटे आदित्य सिंह को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। दूसरी ओर, कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सक्खू ने मीडिया से कहा, मुझे आलाकमान के फैसले की जानकारी नहीं है। मैं शाम 5 बजे होने वाली विधायक दल की बैठक में जा रहा हूं।
नेताओं को मनाने की कवायद जारी थी
बता दें, कांग्रेस अध्यक्ष खड़के इस वक्त गुलबर्गा के दौरे पर हैं। उन्होंने फोन पर हुई चर्चा में सुक्खू के नाम पर मुहर लगाई। पार्टी में कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सहित अन्य नेताओं को मानने की कवायद चल रही थी। माना जा रहा था क प्रतिभा सिंह मान गईं तो विक्रमादित्य या मुकेश अग्निहोत्री को उपमुखमंत्री बनाया जा सकता है। अब खबर है क सुक्खू को सीएम पद देने केबाद मुकेश अग्निहोत्री को उप मुख्यमंत्री का पद दिया गया है। हालांकि इस दौरान प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने जमकर हंगामा भी किया था।
प्रतिभा को मुख्यमंत्री बनाने समर्थकों ने किया था हंगामा
बता दें कि कल यानि कि शुक्रवार को ही प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए हंगामा किया था। प्रतिभा सिंह समर्थकों ने कांग्रेंस हाईकमान द्वारा भेजी गई टीम की कारों को रोक लिया था और जमकर नारेबाजी करते हुए प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की थी।