नई दिल्ली। अफ्रीकन नए वैरियंट ओमीक्रॉन की दहशत अब दुनिया भर में फैल चुकी है। ब्रिटेन में बढ़ते केस से दुनियाभर में कोरोना को लेकर हा-हाकार मच गया है। इन्हीं बढ़ते मामलों के बीच भारत में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर हम ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के संक्रमण का ग्राफ देखें और भारत की आबादी से उसकी समानता करें तो कहा जा सकता है कि संक्रमण फैलने पर भारत में रोजाना 14 लाख केस आएंगे। यह बात उन्होंने मीडिया से बातचीत में कही है।
पॉल ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते केस के लिए भले ही ओमिक्रॉन संक्रमण माना जा रहा है, लेकिन यह इसे लेकर अभी सारी बातें साफ नहीं हुई हैं। इस पर अध्ययन किया जा रहा है और सरकार भी सभी नए अनुसंधानों पर नजर लगाए हुए है। ऐसा कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन स्ट्रेन हल्का इंफेक्शन ही फैलाता है। उन्होंने यूरोप में ओमिक्रॉन के संक्रमण की रफ्तार को हाईलाइट किया और भारत की आबादी से उसकी तुलना की।
हर केस की नही की जा सकती जीनोम सीक्वेसिंग
डॉ. पॉल ने कहा कि दुनिया में दूसरे नंबर पर भारत में जीनोम सीक्वेंसंग की जा रही है और इसे निरंतर बढ़ाया भी जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हर केस की जीनोम सीक्वेंसिंग करना संभव नहीं होगा। यह बीमारी को पहचानने का नहीं बल्कि उसका आकलन करने का तरीका है। हम इस बात का विश्वास भी दिला सकते हैं कि फिलहाल पर्याप्त सिस्टेमैटिक सैंपलिंग की जा रही है।