नई दिल्ली। नगालैंड में सेना द्वारा मारे गए लोगों के हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल की बैठक बुलाई है। इसमें गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सभी वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसके बाद घटना को लेकर अमित शाह दोपहर बाद दोनों सदनों में बयान देंगे। लोकसभा में वे 3 बजे और 4 बजे राज्यसभा में जवाब देंगे। वहीं, विपक्ष ने इस हादसे के बारे में विस्तार से चर्चा करने की मांग करते हुए सदनों के स्थगन का नोटिस दिया है।
सेना की टुकड़ी पर हत्या का केस दर्ज
नगालैंड में हुए हिंसक टकराव के मामले में सेना की टुकड़ी पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसमें इरादतन हत्या की धाराएं लगाई गई हैं। राज्य सरकार ने केस अपराध शाखा को सौंप दिया है और इसकी जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम गठित की है। बता दें कि, यहां मोन जिले में रविवार को आर्मी की फायरिंग में 13 नागरिकों और एक जवान की मौत हो गई है।
घटना के बाद गुस्साए नागरिकों ने असम राइफल्स पर हमला किया, जिसमें एक और नागरिक मारा गया। इसके बाद मोन नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सोमवार तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। जरूरी सामान की सप्लाई छोड़कर सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है।
सेना की इंटेलिजेंस में चूक
इससे पहले असम राइफल्स के अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादी संगठन से जुड़े सदस्यों के गुजरने की जानकारी मिली थी। इसके चलते सुरक्षाबलों ने ओटिंग गांव के पास मोर्चा संभाल लिया था। इसी दौरान एक ट्रक गुजरा। सूचना में जिस तरह की गाड़ी के बारे में बताया गया था, ट्रक उसी तरह का था। जवानों ने ट्रक को रुकने को कहा, लेकिन वह नहीं रुका। ट्रक के नहीं रुकने पर उसमें उग्रवादी होने की आशंका के चलते सिक्योरिटी फोर्सेज ने फायरिंग की, जिसमें 6 लोगों की मौके पर और 2 लोगों की बाद में अस्पताल में मौत हो गई।