नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक का विपक्षी दलों ने बहिष्कार कर दिया। सरकार ने यह बैठक संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए बुलाई थी। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह कहते हुए कि सिर्फ 4 पार्टियों को बुलाकर अगर विपक्ष के सभी नेताओं को नहीं बुलाएंगे तो क्या संदेश जाएगा।

उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहा केंद्र सरकार की विपक्षी एकता को तोड़ने की साजिश है। हम सरकार की इस साजिश का हिस्सा नहीं बन सकते हमने सरकार को पत्र लिखा है कि सभी दलों को बैठक में बुलाया जाए।

वहीं केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि निलंबित सांसदों का मुद्दा है इसलिए हम निलंबित सांसदों की पार्टियों के नेताओं के साथ बातचीत करके समस्या का हल खोजना चाहते थे। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आप संविधान दिवस का बायकॉट करते हैं, लोग आपको ही बायकॉट कर रहे हैं।

कम से कम अब तो आपको समक्ष लेना चाहिए। बायकॉट करने की ये क्या तरीका है।आप संविधान दिवस का बायकॉट करते हैं, लोग आपको ही बायकॉट कर रहे हैं अब तो समझ लो। बायकॉट करने विपक्ष का ये क्या तरीका है।