Rahul Gandhi On RSS

Rahul Gandhi On RSS: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वे दोनों चाहते हैं कि उनकी पूजा की जाए। राहुल गांधी ने कहा, “आरएसएस चाहता है कि उनकी जबरन पूजा की जाए। पीएम नरेंद्र मोदी यह चाहते हैं, इसलिए वह आपसे (मीडिया से) नहीं मिलते हैं, वो चाहते हैं कि उनकी पूजा की जाए और देश के सभी लोग उनकी पूजा करें।”

राहुल गांधी ने गीता का आह्वान करते हुए कहा, “…अपना काम करो, जो होना है वह होकर रहेगा, परिणाम पर ध्यान मत दो, यही इस यात्रा की सोच है।” उन्होंने कहा कि देश के लोगों को बांटकर नफरत फैलाई जा रही है। हिंदू-मुस्लिम, अलग-अलग जातियों के लोग एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं।’

उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा समाज में फैलाई जा रही नफरत और भय के खिलाफ है और इसे ‘तपस्या’ के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने समाना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “हम इसे तपस्या के रूप में देख रहे हैं।” यह 10वां संवाददाता सम्मेलन था जिसे कांग्रेस नेता ने यात्रा के हिस्से के रूप में संबोधित किया था।

राहुल गांधी ने RSS पर किया हमला-

“एक बात जो मुझे समझ में आई है कि यह लड़ाई वास्तव में राजनीतिक नहीं है, सतही तौर पर यह एक राजनीतिक लड़ाई है। जब हम बसपा या टीआरएस से लड़ते हैं तो यह राजनीतिक मुकाबला होता है। लेकिन देश में बदलाव आया है। जिस दिन इस देश की संस्थाओं पर आरएसएस का कब्जा हो गया, लड़ाई राजनीतिक नहीं रह गई। अब, यह एक अलग लड़ाई बन गई है। आप इसे विचारधारा की लड़ाई कह सकते हैं, धर्म की लड़ाई कह सकते हैं, या आप इसे कोई रूपरेखा दे सकते हैं, लेकिन यह राजनीतिक लड़ाई नहीं है।

उन्होंने कहा , “यदि आप कांग्रेस पार्टी के इतिहास को देखते हैं, तो आपने (संवाददाता) जो कहा है, कार्यकर्ताओं में एक ऊर्जा है। यह ‘तपस्या’ का एक संगठन है।”

राहुल ने बताया क्यों सफल है भारत जोड़ो यात्रा-

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रतिक्रिया केवल एक है और यह ‘तपस्या’ है और कुछ नहीं। इसलिए यह यात्रा सफल है। क्योंकि केवल कांग्रेस या एक व्यक्ति ही ‘तपस्या’ नहीं कर रहा है, बल्कि लाखों लोग भी ‘तपस्या’ कर रहे हैं, यह यात्रा का संदेश है।

गांधी ने कहा, हुनर ​​और काम का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ‘बीजेपी और आरएसएस का कहना है कि ‘तपस्या’ का सम्मान नहीं होना चाहिए और जो लोग उनकी ‘पूजा’ (पूजा) करते हैं, उनका ही सम्मान होना चाहिए।

आरएसएस, पीएम चाहते हैं कि मेरी पूजा हो-

आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”भाजपा और आरएसएस धन का इस्तेमाल कर, संस्थानों पर कब्जा करके और लोगों को उनसे डरा कर देश को ‘जबरन पूजा’ की ओर ले जा रहे हैं।”

तमिलनाडु में कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई यात्रा 30 जनवरी को गांधी द्वारा वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ श्रीनगर पहुंचकर समाप्त होगी। यह मार्च अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश को कवर कर चुका है।