दिल्ली एनसीआर। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण से बिगड़ रहे हालात के कारण हरियाणा सरकार ने प्रदेश के चार जिलों गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद और झज्जर में स्कूल बंद कर दिए हैं। ये चारों जिले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आते हैं। साथ ही सभी सरकारी और निजी दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराने के लिए कहा गया है।  प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए हरियाणा सरकार ने यह फैसला लिया है।

जबकि दिल्ली सरकार पहले ही इस बारे में निर्णय ले चुकी है। हरियाणा सरकार ने तत्काल नए निर्देश लागू कर दिए हैं। यह निर्देश 17 नवंबर तक लागू रहेंगे। जिला प्रशासन अपने अधिकार क्षेत्र में मुनादी करके इनका व्यापक प्रचार सुनिश्चित करेगा।

PM 2.5 स्तर के कारण सेहत को खतरा 
दिल्ली-एनसीआर की हवा में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले PM2.5 का स्तर आधी रात के करीब 300 का आंकड़ा पार कर गया। यह शाम 4 बजे 381 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। हवा के सुरक्षित होने के लिए PM2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए। फिलहाल यह सुरक्षित सीमा से करीब 6 गुना अधिक है। PM2.5 इतना छोटा होता है कि यह फेफड़ों के कैंसर और सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।      


हरियाणा सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध
1. सभी सरकारी और निजी स्कूलों में फिजिकल पढ़ाई 17 नवंबर तक बंद की गई है। 
2· प्रदूषण कम करने के लिए सड़कों पर 30 फीसदी तक वाहनो को कम किया गया है। 
3· सड़कों पर वाहन कम करने निजी और सरकारी ऑफिसों में वर्क फ्रॉम होम को तरजीह दी जाए। 
4· सभी प्रकार की विकास और निर्माण से जुड़ी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक रहेगी। 
5· सभी क्रेशर और हॉट मिक्स प्लांट पूरी तरह से बंद किए गए हैं। 
6· किसी भी म्युनिसिपल निकाय को कूड़ा जलाने की आज्ञा नहीं होगी। 
7· किसी भी प्रकार की वस्तु को जलाने पर भी पाबंदी लगाई गई है। 
8· मैनुअल रोड साफ करने की भी मनाही रहेगी। डस्ट पॉल्यूशन रोकने को सड़कों पर पानी का छिड़काव सुनिश्चित किया जाएगा।