नई दिल्ली। दिल्ली सरकार को प्रदूषण मामले की सुनवाई करते हुए फटकार लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है कि जब कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है तो फिर बच्चों को स्कूल जाने के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकार ने कोर्ट को दिए गए शपथ पत्र में बताया था कि स्कूल बंद कर दिए गए हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इससे साबित होता है कि आपको बच्चों की चिंता नहीं है।

सड़क पर खड़े लोगों की चिंता क्यों नहीं
कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि आपने जो शपथ पत्र दिए हैं, क्या उसमें बताया गया है कि कितने युवा प्रदूषण पर जागरुकता का बैनर लेकर सड़क पर खड़े हैं? कोर्ट ने पूछा-क्या यह प्रचार के लिए किया जा रहा है? उनके स्वास्थ्य की किसी को चिंता है या नहीं।

इसके जवाब में दिल्ली सरकार ने कोर्ट को बताया कि बैनर लेकर खड़े युवा स्वयंसेवक थे।दिल्ली सरकार की तरफ से कुछ युवाओं ने सड़क किनारे खड़े होकर रेड लाइट पर ‘कार का इंजन बंद’ करने की अपील की थी। इन पोस्टर्स में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी फोटो दिखाई दे रही थी।

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में आज भी अधिक सुधार नहीं हुआ है। गुरुवार को भी दिल्ली की हवा बहुत खराब कैटेगरी में है। नई दिल्ली के लोधी रोड इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 339 दर्ज हुआ। हवा में काफी धुंध जमी हुई है। लोगों को वाहन चलाने और यातायात में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।