Homemade Powder for Diabetes
Homemade Powder for Diabetes

Homemade Powder for Diabetes: आजकल की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि हर घर में कोई न कोई व्यक्ति डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित है। डायबिटीज का वैसे तो कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन आप इसे कंट्रोल रखकर बेहतर जीवन जी सकते हैं।

डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल में रखने के लिए खानपान का सही तरीका होना जरूरी है। मधुमेह सबसे आम और तेजी से फैलती बीमारी है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया की लगभग 11% आबादी डायबिटीज से जूझ रही है। बेशक डायबिटीज का कोई स्थायी इलाज नहीं है और इसे कंट्रोल करना मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए बाजार कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन आप इसे आयुर्वेदिक तरीके से भी मैनेज कर सकते हैं। सबसे बड़ी बात इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। ये देसी दवा ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने के साथ-साथ डायबिटीज से होने वाली अन्य परेशानियों को रोकने में मदद करेगा। इसे आप शुगर का देसी इलाज कह सकते हैं।

न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि हमारी दादी-नानी के कुछ नुस्खे साइंस के लेवल पर भी एकदम सटीक बैठते हैं। ऐसा ही कुछ नुस्खा ये होममेड पाउडर है, जो ब्लड शुगर के बढ़ने की गति को धीमा कर देता है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज की ये देसी दवा घर पर कैसे बनाई जाती है।

Premature aging: समय से पहले हो रहे हैं बूढ़े तो अपनी डाइट में शामिल करें ये चीजें

(Homemade Powder for Diabetes) डायबिटीज की दवा-

साम्रग्रीः काली मिर्च – 100 गिरी, इलायची – 100 गिरी, बादाम- 100 गिरी, मेथी दाना – 2 बड़ी चम्मच, आंवला पाउडर – 2 बड़ी चम्मच, काला चना – 250 ग्राम, नीम की सूखी पत्ती – 2 बड़ी चम्मच, जामुन पाउडर – 2 बड़ी चम्मच।

इस्तेमाल करने की विधि-

इन सभी चीजों को एक ब्लेंडर में डालकर बारीक पाउडर बना लें। इस पाउडर को करीब 1 चम्मच पानी के साथ खाने से 30 मिनट पहले लें। अगर शुगर लेवल ज्यादा रहता है तो आप दिन में दो बार भी ये उपाय कर सकते हैं।
मधुमेह के इस होममेड पाउडर में ब्लड ग्लूकोज को स्थिर करने वाला हाई फाइबर होता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता है। वहीं, बादाम और काली मिर्च में मौजूद विटामिन ई पाचन को बढ़ाकर भी डायबिटीज में राहत देता है।

इन बातों का रखें ध्यान-

गर्भवती महिलाएं, डायबिटीज की दवा लेने वाले मरीज या हार्ट पेशेंट इस उपाय को करने से पहले एक बार किसी डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह जरूर लें।