Bhopal News: भोपाल के एक ग्राम पंचायत का नाम बदला जा रहा है। इस की जानकारी राजस्व विभाग ने एक अधिसूचना निकला है। गृह मंत्रालय के पत्र का संसूचित अनापत्ति के अनुसरण के बाद राज्य शासन ने भोपाल जिले के ग्राम इस्लाम नगर का नाम परिवर्तित कर जगदीशपुर किया है। सरकारी फाइलों में 30 साल से नाम बदलने की तैयारी चल रही है। केंद्र सरकार पहले ही नाम बदलने को लेकर एनओसी जारी कर चुका है। बैरसिया विधायक बताया कि जल्द ही जगदीशपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम की सहमति दे दी है।
राजस्व विभाग ने जारी की है अधिसूचना-
मध्यप्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा बुधवार को मध्यप्रदेश राजपत्र पर अधिसूचना जारी की है। जिसमें बताया है कि केंद्र सरकार गृह मंत्रालय के पत्र का संसूचित अनापत्ति के अनुसरण के बाद राज्य शासन द्वारा भोपाल जिले के ग्राम इस्लाम नगर का नाम परिवर्तित कर जगदीशपुर किया जाता है। केंद्र सरकार द्वारा उक्त पत्र 15 सितंबर 2022 को जारी किया गया था। यह अधिसूचना मध्यप्रदेश राज्यपा के नाम से एवं आदेशानुसार अपर सचिव चंद्रशेखर वालिंबे द्वारा जारी की गई है।
आखिर क्या थी जगदीशपुर की इस्लाम नगर बनने की कहानी-
हलाली नदी के साथ दोस्त मुहम्मद खान का नाम जुड़ा हुआ है जिसने भोपाल का शहर बसाया था। दोस्त मुहम्मद एक अफगान था। सन् 1703 में वह मुगल सेना में भर्ती हुआ। बाद में वह मालवा यानी मध्य प्रदेश के इंदौर, देवास इलाके का नायब बना। मुगल शासक औरंगजेब की मौत के बाद वह खुद को स्थापित करने लगा। आस-पास के राजपूत राजाओं को भी अपनी ओर मिलाने लगा।
1715 में जगदीशपुर का राजा देवरा चौहान का बड़ा नाम हुआ। जगदीशपुर के नाम से इन्होंने अपना सुरक्षित ठिकाना बनाया था। दोस्त मुहम्मद को इनसे डर था। इससे पहले कि बात बढ़े, दोस्त मोहम्मद ने देवरा चौहान को खबर भेजी कि दोस्ती कर लेते हैं। दोनों तरफ के 16-16 लोग जगदीशपुर में मिले। बेस नदी के किनारे टेंट डाला गया।
जब मुगलों के खिलाफ छोटे-छोटे राजा खड़े होने लगे और सैयद बंधु किंगमेकर बनने लगे तब वो उनके साथ हो गया। एक लड़ाई में उसने सैयद हुसैन अली खान बारहा की जान भी बचाई थी। इसके बाद जब सैयद बंधु मजबूत हुए तो इसने भी खूब फायदा उठाया। गोंड रानी कमलावती से भोपाल गांव लिया और इसे बसाने लगा। रानी के मरने के बाद उनके राज्य को भी मिला लिया।
नदी के किनारे कुछ देर बाद लंच हो रहा था। अचानक दोस्त मुहम्मद बाहर निकला और बोला कि पान खा के आता हूं. पान खाना हिंट था इनके सिपाहियों को जो वहां पहले से छपे हुए थे। कहते हैं कि बेस नदी, देवरा चौहान और उनके लोगों के खून से लाल हो गई। तभी इसका नाम पड़ा हलाली। जगदीशपुर का नाम इस्लामनगर कर दिया गया। यही इस्लाम नगर दोस्त मुहम्मद का नया ठिकाना बन गया।
जगदीशपुर में होगा आयोजन-
ग्राम इस्लामनगर का नाम जगदीशपुर होने के साथ ही यहां पर आयोजन की तैयारियां पहले से ही शुरू हो गई थी। बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, पुरातत्व विभाग के अधिकारी व अन्य ग्रामीणों के साथ महल का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि नाम को लेकर अब सब कुछ स्पष्ट हो गया है। जल्द ही जगदीशपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यहां पर ग्राम सीमा के मुख्य मार्गों पर जगदीशपुर नाम के बड़े- बड़े गेट भी लगा दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम की सहमति दे दी है, जल्द ही तारीख तय होते ही आगे की तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी।
CONCLUSION
अगर आपको इस खबर से संबंधित कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं। यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें और अगर इस लेख से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव है तो हमें जरूर बताएं। इस पोस्ट से प्राप्त जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया साइट्स जैसे- फेसबुक, ट्विटर पर जरूर शेयर करें।