भोपाल। हज सफर 2023 के लिए पिछले माह शुरू हुए आवेदन के सिलसिले के दौरान प्रदेश से अब तक महज करीब 6 हजार अर्जियां सेंट्रल हज कमेटी के पास ऑनलाइन पहुंची हैं। जबकि आवेदन किए जाने के लिए अब सिर्फ एक हफ्ता ही बाकी रह गया है। पिछले सालों में प्रदेश से होते रहे हज आवेदन की तुलना में ये आंकड़ा बहुत कम माना जा रहा है। जबकि इस साल प्रदेश को बढ़ा हुआ कोटा मिलने की उम्मीदें बंधी हुई हैं।

प्रदेश से हज यात्रा पर जाने वालों का आंकड़ा हमेशा ऊपर रहा है। यहां से हज आवेदन करने वालों की तादाद वर्ष 2019 में 22 हजार से ऊपर तक जा चुकी है। जबकि पिछले साल बंदिशों के बीच और सीमित कोटे के दौरान भी आवेदकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। लेकिन इस बार कई सुविधाएं होने के बावजूद हज आवेदन की संख्या तेजी पकड़ती नजर नहीं आ रही है। आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के 20 दिन बाद भी अब तक प्रदेश से महज 6236 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। आवेदन की आखिरी तारीख नजदीक आने के चलते इस संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी होने के आसार भी कम ही दिखाई दे रहे हैं।

Chhatarpur: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भाई हुआ गिरफ्तार, दलित परिवार की शादी में की थी मारपीट

ये हैं कारण

  • आवेदन प्रक्रिया शुरू होने बाद करीब एक सप्ताह तक हज कमेटी ऑफ इंडिया की साइट बंद रही
  • हजयात्रा को लेकर बदले गए नियमों से भी असमंजस की स्थिति
  • हज इंबोर्वेशन इंदौर और भोपाल होने से हज खर्च में बढ़ोतरी के आसार
  • पिछले कई सालों से बंद पड़ी रूबात के चलते भोपाल रियासत के हाजियों पर बढ़ा आर्थिक बोझ

ये हुए हैं बदलाव

  1. आवेदन शुल्क अब सिर्फ चुने हुए आवेदकों से ही लिया जाएगा
  2. यात्रियों को अपने सफर के खर्च की रकम खुद ही एक्सचेंज करवा कर ले जाना पड़ेगी
  3. 12 साल से कम उम्र के बच्चे हज यात्रा पर नहीं के जा सकेंगे
  4. महिलाएं बिना महरम के बिना किसी ग्रुप के हज सफर कर सकेंगी

उनका कहना

आवेदन प्रक्रिया जारी है। इसमें आखिरी तारीख तक तादाद बढ़ने की उम्मीद है। इस बार प्रदेश का हज कोटा भी ज्यादा रहेगा। साथ ही प्रदेश के हाजियों को इंदौर और भोपाल से भी फ्लाइट की सुविधा मिलने वाली है।

– सैयद शाकिर अली जाफरी, प्रशासनिक अधिकारी, मप्र राज्य हज कमेटी