इंदौर कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर इंदौर में भी हड़कंप मच गया है। नवंबर में फारेन से शहर में आए 395 लोगों की सूची हेल्थ विभाग को मिली है। इनमें से 95 लोगों के बारे में पता नहीं लगा है। इस बीच कलेक्टर मनीष सिंह ने सोमवार शाम जिला प्रशासन के अधिकारियों व रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) की बैठक बुलाई है।

शुरुआती दौर में स्वास्थ्य विभाग को दो बार राज्य शासन से विदेशों से आए लोगों की सूची मिली थी, जिनमें 272 लोग थे। इसके बाद और भी नई सूची मिली है। कुल मिलाकर अब तक 395 लोगों की जानकारी है। ये वे लोग हैं, जो 1 नवंबर से 30 नवंबर के बीच विदेशों दौरे से इंदौर आए हैं। यह लोग यूके, यूएस, नॉर्वे, फ्रांस, स्वीडन आदि देशों से दिल्ली, मुंबई, गोवा और हैदराबाद से होते हुए इंदौर पहुंचे हैं।

इनकी सैंपलिंग के लिए 35 से अधिक टीमें जुटी हैं। हर टीम में एक डॉक्टर, एक स्टाफ नर्स व एक लैब टेक्नीशियन कार्य में जुटे हैं। करीब एक हफ्ते में इनमें से 216 लोगों के आरटी-पीसीआर सैंपल लिए गए। बताया जाता है हालांकि कि ये सभी सैंपल नेगेटिव आए हैं, लेकिन अभी इसकी अधिकारिक जानकारी नहीं है। जानकारी मिली है कि अन्य 95 व्यकि तो ऐसे हैं, जो इंदौर आए लेकिन अब कहां हैं किसी को पता नहीं, इनकी लोकेशन ट्रैस नहीं हो रही है। क्योंकि इनमें से कुछ लोगों के नंबर बंद मिले हैं, तो कुछ लोगों के ऑउट ऑफ कवरेज बताए जा रहे हैं। इनके अलावा वह लोग, जो दूसरे प्रदेशों में चले गए हैं, उनकी जानकारी उस राज्य के संबंधित जिलों को दी गई है। इसके अलावा भी जो लोग नहीं मिले हैं, उसको लेकर प्रशासन और स्वास्थ विभाग के जवाबदार अधिकारियों में चिंता बढ़ रही है।

इस बीच कलेक्टर मनीष सिंह ने सोमवार को रविन्द्र नाट्य गृह में सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक लेगें। बैठक में नगर निगम कमिश्नर, जिला पंचायत सीईओ, जिले के सभी एडीएम, सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, नगर निगम के जोनल अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, जनपद पंचायत अधिकारी और सीएमएचओ सैंपलिंग टीमें मौजूद रहेंगी।