54 दिन के कोविड इन्सेंटिव को लेकर एम्स भोपाल के डॉक्टर शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए। इस दौरान डॉक्टर्स ने कैम्पस में धरना दिया और जमकर नारेबाजी भी की। बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं। तब तक वे हड़ताल पर ही रहेंगे। डॉक्टरों की यह हड़ताल गुरुवार 28 अक्टूबर को ही शुरू हाे गई थी। आज डॉक्टरों की हड़ताल का दूसरा दिन है। हड़ताल के दूसरे दिन डाॅक्टर्स ने कैंपस में जमकर नारेबाजी की।

एम्स प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए इंटर्न डॉक्टरों ने कहा कि प्रबंधन ने उनसे वादा किया था, लेकिन अब अपने वादे से मुखरते हुए उन्हें 54 दिन का कोविड इनसेंटिव नहीं दिया जा रहा है। इंटर्न डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने 17 अप्रैल से 9 जून तक कोरोना मरीजों की सेवा की है। इसके एवज में उन्हें इन्सेंटिव मिलना चाहिए। मैनेजमेंट ने प्रत्येक डॉक्टर को 8 घंटे के 1 हजार रुपए कोविड इनसेंटिव देने का वादा किया था, लेकिन अब अपनी ही बात से मैनेजमेंट मुकर गया है।

हड़ताल में करीब 100 से ज्यादा इंटर्न डॉक्टर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि मांगें पूरी न होने के एवज में वे कैंडल मार्च भी निकालेंगे और विरोध जताएंगे। हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक कि मैनेजमेंट इनसेंटिव की राशि न दे दें।