Bhopal News: तंदूर की रोटी खाने वालों की लिए बुरी खबर है। खबर यह है कि प्रशासन इस रोटी में बैन लगा दिया। प्रशासन का कहना है कि इससे शहर में प्रदूषण फैलता है। हाल ही में मध्यप्रदेश के एक शहर में कई होटल और रेस्टोरेंट को नोटिस जारी किया गया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने शहर के कई होटलों को नोटिस जारी की –
मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्वाद के शौकीनों के लिए तंदूर से निकलने वाली इन गर्मागर्म रोटियों को देखकर भला किस के मुंह में पानी नहीं आएगा। मध्यप्रदेश के जबलपुर में प्रशासन की सख्ती के बाद स्वाद के शौकीनों को झटका लग सकता है। प्रशासन ने बढ़ते प्रदूषण का हवाला देते हुए होटल और रेस्टोरेंट में चलने वाले तंदूर की भट्टियों पर रोक लगाने का मन बनाया है। इसके तहत जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग ने शहर के 50 होटलों को नोटिस जारी कर तंदूर का कम से कम उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। उसके बदले एलपीजी आधारित गैस का प्रयोग किए जाने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल पोल्युशन कंट्रोल बोर्ड अब तंदूर और भट्टी के प्रयोग से होने वाले प्रदूषण के लिए जागरूक करेगा। तंदूर से होने वाले प्रदूषण को लेकर होटल संचालकों को जागरूक किया जाएगा। तंदूर से निकलने वाले कार्बन से वायु प्रदूषण होता है। वैकल्पिक साधनों को बढ़ावा देने के लिए अवेयरनेस कार्यक्रम चलाए जाएंगे। पॉलयूशन कंट्रोल बोर्ड संचालकों और लोगों से अपील करेगा।
प्रदेश के चारों महानगरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में तंदूर के वैकल्पिक सुझाव दी जाएगी। वायु प्रदूषण के दृष्टिगत इलेक्ट्रिक या LPG साधनों का प्रयोग किया जाए। लंबे समय से पीसीबी प्रदूषण कम करने के विकल्पों की तलाश कर रहा है। सरकार के साथ मिलकर नई तैयारी की जाएगी।
जनता ने भी माना की नुकसानदायक है तंदूर-
राजधानी भोपाल में सुबह-सुबह भी दुकानों पर तंदूर जलते मिले। दुकानदारों का कहना है कि अगर निर्देश जारी होते है, तो तंदूर बंद करेंगे। इसके विकल्प ढूँढने के कोशिश करेंगे। जिससे नुकसान ना हो। जनता ने कहा कि ये पर्यावरण और सेहत दोनों के लिए नुकसानदायक है। दुकानदार को अल्टरनेटिव विकल्प ढूँढने की जरूरत है। ऐसा प्रदूषण कहीं ना कहीं शरीर को आगे आने वाले समय में हानिकारक पहुंचा सकते है। ऐसा कुछ लागू हो जिससे जनता और दुकानदार दोनों का नुकसान ना हो।