Seven quintal fake cheese caught
Seven quintal fake cheese caught

Bhopal News: जहांगीराबाद पुलिस ने आज सुबह वाहन चैकिंग के दौरान ग्वालियर से भोपाल आ रहा सात क्विंटल नकली पनीर पकड़ लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को डिलेवरी बॉय और ऑटो को उनके हवाले कर दिया। पुलिस ने इस मामले में किसी तरह का कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया है।

खाद्य विभाग के अधिकारियों को सूचना दी-

सब इंस्पेक्टर दिनेश सिंह रघुवंशी के मुताबिक वाहन चैकिंग के दौरान एक ऑटो को रोका था। ऑटो ग्वालियर से भोपाल पनीर की खेप लेकर आया था। पनीर करीब सात क्विंटल था। ऑटो चालक के पास गाड़ी के दास्तवेज भी मिल गए थे। संदेह होने पर पुलिस ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को सूचना दी।

इसके बाद खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पनीर के सैम्पल लेकर रवाना हो गई। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

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कर्ज नहीं चुका सका तो पी ली फिनाइल, सुसाइड नोट में हुआ खुलासा

भोपाल। कमला नगर थाना क्षेत्र स्थित नया बसेरा में शुक्रवार की सुबह एक युवक ने फिनाइल पी लिया। उसे परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पीएम के लिए मर्चूरी पहुंचा दिया था।

पुलिस का कहना है कि मर्ग देर रात होने के कारण परिजन से पूछताछ नहीं हो सकी थी। हालांकि मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें कर्ज से तंग आकर जाने देने की बात लिखी है। इसी के साथ कर्ज चुकाने के लिए प्रताडि़त करने वालों के नाम भी लिखे हैं। चार दिन पहले कुछ लोग कर्ज वसूली के लिए उसके बड़े भाई का ऑटो तक उठा ले गए थे।

हेड कांस्टेबल शिवनाथ शुक्ला ने बताया कि अमन नामदेव पिता राकेश नामदेव (24) नया बसेरा, कमला नगर में रहता था और कभी होटलों पर ग्लास धोना तो कभी मजदूरी का काम किया करता था। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे उसने फि नाइल पी लिया। उल्टियां करता देखने के बाद में परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया था। जहां इलाज के दौरात रात करीब 8:20 बजे के आसपास उसकी मौत हो गई।

अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अमन का शव पीएम के लिए मर्चूरी में रखा दिया था। जहां परिजनों की अगवाही में आज सुबह पीएम शुरू कर दिया गया है। वहीं मृतक के पड़ोसी मनीष ने बताया कि अमन के पिता टेलर हैं और दूसरे की दुकान पर कारीगरी करती हैं। उसका भाई लालू सीएनजी वाला ऑटो चलाता था। इसके अलावा एक अन्य भाई प्रायवेट काम करता है। अमन की कोई बहन नहीं है।

अमन डिप्रेशन में था-

अमन कभी होटलों में काम करता था, कभी मजदूरी कर गुजारा चलाता था। उसकी मां बीमार हैं। निजी कारणों के चलते उसने कुछ लोगों से कर्ज ले रखा था। जिसे नहीं चुका सका तो तकाजेदार उसे परेशान करने लगे। इतना ही नहीं अमन का कर्ज वसूलने के लिए चार दिन पहले कुछ युवक उसके घर से लालू का ऑटो उठा ले गए थे।

इसके बाद से ही अमन डिप्रेशन में था। जिसके चलते कल सुबह उसने फिनायल पी लिया। इधर, मृतक के भाई लालू ने बताया कि तकाजेदारों के नाम अमन ने सुसाइड नोट में लिखे हैं। नोट को पुलिस घर से जब्त कर साथ ले गई है।