Indore News: मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में 22 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित अन्नपूर्णा मंदिर का लोकार्पण शुक्रवार शाम जूना पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरिजी की मौजूदगी में हुआ। फूलों की वर्षा, शंख, शहनाई के बीच मंदिर में विश्वेश्वरानंद गिरी महाराज और अवधेशानंद जी ने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की। इस मंदिर परिसर में संगमरमर से तराश कर नया मंदिर बनाया गया है। इस मंदिर बनाने के लिए 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
नए मंदिर का निर्माण 6600 वर्गफीट में किया गया-
परिसर में नए मंदिर का निर्माण 6600 वर्गफीट में किया गया, जिसका तीन साल पहले का भूमिपूजन किया गया था। आज विधि विधान से भव्य आयोजन में हजारों भक्तों की मौजूदगी में मां अन्नपूर्णा प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ संपन्न हुआ। पूर्व में मंदिर में स्थापित मां अन्नपूर्णा साथ ही कालका और सरस्वती की मूतियों की प्रतिष्ठा नए मंदिर में की गई। नए मंदिर की लंबाई 108 फीट और चौड़ाई 54 फीट है। वहीं मुख्य कलश की ऊंचाई 81 फीट है। माता अन्नपूर्णा मंदिर की लागत लगभग 22 करोड़ है जिसको 3 वर्ष में मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया।
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हजारों लोगों की भीड़ मंदिर परिसर में मौजूद थी। अवधेशानंद गिरी महाराज मंदिर पहुंचे और लोकार्पण समारोह शुरू हुआ। प्राण प्रतिष्ठा की रस्में पूर्ण होने के बाद नए मंदिर के पट खुल गए और भक्तों ने माता के दर्शन किए। माता मंदिर के लोकार्पण पर विशेष श्रृंगार किया गया था। लोकार्पण के पहले 108 कलशों से मूर्ति का स्नान किया गया।
नया मंदिर सफेद मकराना संगमरमर से बनाया गया है और कई मूर्तियां व दीवारों पर भी चित्र बनाए गए हैं। पुराने मंदिर का निर्माण महामंडलेश्वर स्वामी प्रभानंदगिरि महाराज ने वर्ष 1959 में करवाया था। मंदिर का द्वार दक्षिण भारत के मंदिरों की तरह है। नवदुर्गा में मंदिर में भक्तों की भीड़ लगती है। मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण 1975 में किया गया था।
CONCLUSION
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