– जांच में सामने आई बात सुरक्षा मानकों का नहीं किया गया इस्तेमाल

गुजरात की राजधानी गांधीनगर के कलोल क्षेत्र के खतराज गांव में शनिवार को पांच मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। ये मजदूर एक केमिकल फैक्ट्री के दूषित पानी के टैंक की सफाई कर रहे थे। संभवत: जहरीली गैस की चपेट में आने से सभी मजदूरों की मौत हो गई। कलोल में टुटसन फार्मा प्राइवेट लिमिटेड नामक दवा निर्माण कंपनी है। कंपनी से निकलने वाले दूषित पानी को रिसाइकिल करने के लिए यहां ईटीपी प्लांट लगाया गया है। यहां दूषित पानी को संशोधित और दुबारा उपयोग किया जाता है।      

एक के बाद एक गई मजदूरों की जान
विनय कुमार नाम का एक मजदूर सीढ़ियों से नीचे उतरकर प्लांट का खंभा साफ करने लगा। इसी दौरान उसकी चीख-पुकार सुनाई दी, तो सुनील गुप्ता उसे बचाने टैंक में उतरे। इसके बाद देवेंद्र राजन कुमार और अनीश टैंक में उतरे और पांचों की मौत हो गई। मजदूरों की चीख-पुकार सुनकर गार्ड ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। हालांकि, तब तक काफी देर हो चुकी थी। खबर मिलते ही कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। 

इस संबंध में क्षेत्रीय दमकल अधिकारी महेश मोड ने बताया कि फैक्ट्री में सेफ्टी उपकरण रखे थे, लेकिन मजदूरों ने उनका उपयोग नहीं किया। प्रारंभिक अनुमान है कि रासायनिक युक्त पानी के जहरीले प्रभाव के कारण इन सभी की जान गई है। पोस्टमॉर्टम के बाद सही स्थिति का पता चल सकेगा।