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अशोकनगर। अशोकनगर के जिले के मुंगावली तहसील में हर साल रंगपंचमी में करीला मेला लगता है। इस मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और मन्नत मंगाते हैं। लेकिन हाल ही में करीला मेले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अजीबोगरीब फरमान आया है, जिससे महिला आयोग ने संज्ञान लिया है।

नृत्यांगनाओं का एचआईवी टेस्ट-

मामला यह है कि 2 दिन पहले करीला मेले में लगभग 10 नृत्यांगनाओं का एचआईवी टेस्ट भी किया गया था। इस मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए नृत्यांगनाओं को सम्मान के साथ जीने के अधिकार का घोर उल्लंघन बताया है। महिला आयोग के संज्ञान लेते ही जिला प्रशासन ने एक प्रेस नोट जारी कर जांच संबंधी मामले को नकार दिया है। वहीं अपनी ही बात पर अगले दिन स्वास्थ्य विभाग के CMHO डॉ नीरज छारी भी पलटते नजर आए। जबकि 2 दिन पहले ही उन्होंने बाहर से आई नृत्यांगना की जांच करने का दावा किया था और लगभग 10 एचआईवी जांच करने की बात भी कही थी।

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दरअसल, रंग पंचमी पर लगने वाला करीला मेला जिसमें लाखों श्रद्धालु मां जानकी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। जहां श्रद्धालुओं की मन्नत पूरी होने के दौरान नृत्यांगनाओं से नृत्य कराया जाता है। इसी उद्देश्य से दूर दराज से नृत्यांगना नृत्य करने के लिए मेले में आती हैं।

बता दें कि यह वह स्थान है जहां माता सीता ने लव और कुश को जन्म दिया था। जन्म के बाद स्वर्ग की अप्सराएं इस पावन घड़ी पर नृत्य करने इसी धाम पर आई थी, तब से ही करीला धाम पर मन्नत पूरी होने के बाद राई नृत्य कराने की परंपरा के बनी हुई है।

यहां वर्षों की परंपरा के अनुसार राई नृत्य करने आने वाली महिलाओं का एचआईवी टेस्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की देखरेख में मेला प्रांगण में ही करवाए गए। इस मामले पर पहले तो मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी पूर्व में तो अपने इस मामले पर वाहवाही लूट रहे थे।

श्रद्धालु मन्नत पूरी होने पर राई नृत्य कराते-

जैसे उन्होंने बहुत बड़ा काम किया हो और अगले ही पल इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए और कहने लगे की सभी की जांच कराई जा रही है। इसे नृत्याग्नाओ से जोड़ कर क्यों देखा जा रहा है। रंगपंचमी पर आयोजित होने वाले इस मेले में एक रात में 25 से 30 लाख श्रद्धालु माता के दरबार में मन्नत मांगने पहुंचते है और मन्नत पूरी होने पर राई नृत्य कराते हैं जिसमें प्रदेश व अन्य राज्यों की नृत्यांगना पहुंचती है। जिसको लेकर प्रशासन काफी इंतजाम भी करता है जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।