भोपाल। कांग्रेस-बीजेपी दोनों इस बार आदिवासी वोटर्स को साधने की रट बगाए बैठी हैं। जीत के लिए इस वोटबैंक को साधना जरूरी है इसमें कोई शक नहीं। लेकिन इनके चक्कर में घनचक्कर बन रहे सियासी दल एससी और एसटी वोटर्स को न भूल जाएं। क्योंकि 2023 के चुनावी खेत्र में सिर्फ दो टीमें ही मैदान में नहीं है। कुछ नए खिलाड़ी भी किस्मत आजमाने वाले हैं। ये तो तय है कि 2023 की चुनावी ट्रॉफी उनके हाथ नहीं लग सकेगी। लेकिन इस खेल के किसी एक पुराने खिलाड़ी और ट्रॉफी की राह में रुकावट जरूर बन जाएंगे। प्रदेश की अस्सी से ज्यादा सीटें एससी और एसटी मतदाताओं के नाम है, इतनी सीटें काफी हैं हार को जीत में या जीत को हार में बदलने के लिए।

अब सवाल ये है कि नुकसान किस दल का ज्यादा होगा। कांग्रेस का या बीजेपी का। 2018 के चुनाव से पहले तक ये माना जा सकता था कि नुकसान बीजेपी को ज्यादा होता, क्योंकि एससी और एसटी की ज्यादा सीटों पर बीजेपी ही काबिज थी। लेकिन 2018 ने बाजी को पलटा और आंकड़े काफी हद तक उलट पुनट हो गए। अब आंकड़ों की बाजीगरी कुछ ऐसी है कि नफे नुकसान का आंकलन बहुत आसान नहीं है।

लाड़ली लक्ष्मी है, लाड़ली बहना आ रही है… तो लाड़ला युवा योजना भी लाए सरकार!

आप भी इन आंकड़ों पर थोड़ा गौर कीजिए, जिन्हें देखकर ये कहा जा सकता है कि 2003 से लेकर 2013 के चुनाव तक सपाट फिल्म चलती जा रही थी, लेकिन 2018 में इस सियासी फिल्म में अचानक जबरदस्त ट्विस्ट आ गया। यही वो टविस्ट है, जिसकी वजह से कुछ नए कलाकार इस फिल्म का हिस्सा बन गए। जो एक दल के लिए नायक होंगे, तो दूसरे दल के लिए खलनायक।

NIA का इंदौर और मुंबई पुलिस को अलर्ट: सरफराज मेनन की तलाश में जुटी इंटेलिजेंस

इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर और मुंबई पुलिस को एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने अलर्ट जारी किया है। इंटेलिजेंस इंदौर के मालवा अंचल में सरफराज मेनन की तलाश में जुटी है। एनआईए के मुताबिक सरफराज मेनन ने पाकिस्तान, चीन और हांगकांग में बम बनने की ट्रेनिंग ली है. बताया जा रहा है कि सरफराज चंदन नगर थाना के ग्रीन पार्क कॉलोनी का रहने वाला है।

सरफराज के मुंबई में होने की NIA ने आशंका जताई है. NIA ने अपने ईमेल में “खतरनाक” इस शब्द का उल्लेख करते हुए मुंबई पुलिस को भी सतर्क होने के लिए कहा है। NIA ने मुंबई पुलिस को उसका आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और एलसी कॉपी भी ईमेल पर भेजा है। मुंबई पुलिस ने इंदौर पुलिस को भी इस बात की जानकारी दी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी को 3 फरवरी को एक अज्ञात व्यक्ति का ई-मेल मिला था, जिसमें तालिबान का सदस्य होने का दावा किया गया था, जिसमें मुंबई में आतंकी हमले को अंजाम देने की धमकी दी गई थी। ईमेल भेजने वाले ने खुद को तालिबानी बताया और दावा किया कि यह तालिबान के एक प्रमुख नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के आदेश पर होने जा रहा था।