भोपाल। राजधानी भोपाल की मुस्लिम सियासत के समीकरण कुछ अलग दिखाई दे रहे हैं। जहां एक तरफ बरसों से एक दूसरे के लिए अदावत पाले बैठे आरिफेन पुरानी बातें भुलाकर करीब आते जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इन दोनों की विधानसभाओं में नए मुस्लिम नेता अपने पंख फैलाए दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश की इन दो इकलौती विधानसभा सीटों पर शुरू होने वाला नया घमासान भविष्य के चुनाव के लिए नए समीकरण खड़े कर सकता है। इन दोनों कांग्रेसी विधानसभाओं में घुसपैठ करने वाले भी कांग्रेसी नेता ही हैं।
दिग्विजय से हरी झंडी मिलने के बाद गतिविधियां तेज की
एक चुनाव पहले मध्य विधानसभा से भाग्य आजमा चुके कांग्रेस नेता नासिर इस्लाम ने अगले विधानसभा के लिए अपना कार्यक्षेत्र उत्तर विधानसभा को बनाया है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से हरी झंडी मिलने के बाद उन्होंने अपनी गतिविधियां तेज की हैं। पिछले कुछ ही दिनों में नासिर इस्लाम ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए भीड़ जुटाई के कई परचम उत्तर विधानसभा में लहराए हैं। आमतौर पर धरना, प्रदर्शन, विरोध आदि से शांत रहने वाली यह विधानसभा पिछले दिनों महंगाई, बिजली, हाउस टैक्स समेत कई मुद्दों पर प्रदर्शन देख चुकी है। इस दौरान नासिर इस्लाम ने पूरी ताकत के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में सफलता भी हासिल की है और क्षेत्र की जनता में ये विश्वास पैदा करने की महारत भी प्राप्त की है कि उनकी रोजमर्रा की परेशानियों के लिए उनके साथ खड़े होने वाला कोई है।
नासिर किनारे तक पहुंच गए थे
नासिर इस्लाम ने पिछला चुनाव मध्य विधानसभा से लड़ा था। इस दौरान नासिर जीत के करीब भी पहुंच गए थे लेकिन ऐन मौके पर उनके खिलाफ चली एक मुहिम ने उन्हें अपनी कौम के वोटों का ही सहयोग नहीं मिल पाया। नासिर कहते हैं कि पिछली गलतियों से सबक लेते हुए वे इस चुनाव को लोगों की खिदमत के लिए ही लड़ेंगे। नासिर इस बात के लिए भी आश्वस्त हैं कि पार्टी उन्हें चुनाव के लिए मौका देगी। साथ ही क्षेत्र की जनता उनको आशीर्वाद देकर अपना सेवक नियुक्त करेगी।
इधर मध्य में नाराज नेताओं की दौड़
राजधानी भोपाल के दूसरे मुस्लिम विधानसभा मध्य में इस समय कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कब्जा है। जबकि पार्टी से खफा कुछ लोग यहां व्यवधान पैदा करने के लिए तैयार दिखाई दे रहे हैं। पूर्व पार्षद रईसा मलिक आम आदमी पार्टी का दामन थाम कर निकाय चुनाव में अपनी बगावत घोषित कर चुकी हैं। साथ ही उन्होंने मध्य विधानसभा से चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है। पिछले दिनों जहांगीराबाद क्षेत्र के एक रेस्टोरेंट में आयोजित आम आदमी पार्टी की दावत में कांग्रेस के कई और नेता भी मौजूद थे। इस बैठक में पूर्व महापौर और भाजपा नेता आलोक शर्मा की मौजूदगी भी कुछ नए समीकरण बनाने के संकेत दे रही है।
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यहां मुस्लिम ही करेंगे भाजपा को मजबूत
शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में शामिल नरेला विधानसभा पर लंबे समय से भाजपा के विश्वास सारंग का कब्जा है। कांग्रेस द्वारा दिए जाने वाले कमजोर प्रत्याशी और मुस्लिम मतदाताओं का सारंग को मिलने वाला सपोर्ट इस जीत को मजबूत करता आया है। सूत्रों का कहना है कि इस चुनाव भी सारंग की जीत को पक्का करने की रणनीति के तहत कई मुस्लिम नेता चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं। टुकड़ों में बंटने वाले वोटों से जहां कांग्रेस को नुकसान होने वाला है, वहीं भाजपा की जीत आसान करने का कारण भी बनेगा।