Indore Bawadi Accident : इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनीं बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से 25 से अधिक लोग बावड़ी में गिर गए। अभी तक 15 लोगों को बावड़ी से निकाला गया है, जिनमें दो बच्चियां भी हैं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, दो महिलाओं को बावड़ी से मृत अवस्था में निकाला गया है। कलेक्टर इलैय्या राजा टी के मुताबिक कुछ लोगों को अभी निकालना है। खबरों के अनुसार, मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे, तभी यह बड़ा हादसा हो गया।
लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा
बावड़ी में गिरे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। हादसे के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। तंग गलियां होने से राहत कार्य करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस व 108 की गाड़ी निकलने में भी परेशानी हो रही है। कुछ लोगों को जैसे-तैसे बाहर निकाला गया। गिरने वाले लोगों के परिजन बदहवास हैं। पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर और निगमायुक्त सहित प्रशासन की टीम सूचना मिलते ही यहां पहुंच गए। राहत कार्य के लिए गोताखोरों को भी बुलाया गया है।
मीडियाकर्मियों से भी हाथापाई
घटना को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों से भी हाथापाई की गई। अभी स्थिति बेहद खराब है। अभी कई लोग लापता हैं। कुछ लोगों को बावड़ी से निकाला गया है और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। लोगों में इस समय काफी आक्रोश है। जो लोग बावड़ी के अंदर फंसे हैं, वह सीढ़ियों पर हैं। उन्हें आक्सीजन पहुंचाई गई है। अभी भी महिलाओं और बच्चों के फंसे होने की आशंका जताई गई है।
अवैध रूप से मंदिर बनाया गया था…
स्नेह नगर के एक रहवासी ने बताया कि बावड़ी के पास अवैध रूप से मंदिर बनाया गया था और वहां के सभी हवन अनुष्ठान बावड़ी पर होते थे। इस अवैध निर्माण में क्षेत्रीय नेताओं का भी समर्थन था। इस अवैध निर्माण की शिकायत पहले भी कई बार की जा चुकी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
लोहे की जाली पर स्लैब डालकर किया था निर्माण
मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे तभी हादसा हुआ। निगम अफसरों के मुताबिक 40 फीट गहरी है बावड़ी, उस पर लोहे की जाली थी। एक कमरे के बराबर चौड़ाई है बावड़ी की। लोहे की जाली पर स्लैब डालकर निर्माण किया गया है। हवन के दौरान बावड़ी की छत पर ज्यादा लोगो के होने से जाली टूटी और हादसा हुआ। बावड़ी की जानकारी निगम के अफसरों को नहीं थी। हादसे के बाद अफसरों को पता चला कि यहां बावड़ी है। भोपाल में वरिष्ठ अफसर, मुख्यमंत्री को भी जानकारी दे रहे हैं।